प्यार को गहराई से परखने के लिए कभी-कभी कपल्स लिव इन रिलेशनशिप में रहने का फैसला कर लेते हैं. साथ में रहने के बाद पार्टनर की अच्छी-बुरी आदतें ज्यादा पता चलती हैं. लिव इन में रहने वाली एक महिला ने अपने ब्वॉयफ्रेंड की एक ऐसी ही अजीबोगरीब सेक्सुअल कंडीशन का खुलासा सोशल मीडिया पर किया है. महिला ने नाम ना बताते हुए सेक्स एंड रिलेशनशिप एक्सपर्ट से सलाह भी मांगी है.
महिला ने लिखा, 'अपने ब्वॉयफ्रेंड के साथ मैं पिछले तीन साल से रिलेशनशिप में हूं. कोरोना महामारी के दौरान उसकी जॉब चली गई, परिवार के लोग बीमार पड़ गए और उसकी आंटी की मौत हो गई. इन सब चीजों से वो बहुत टूट गया था. उसे संभालने के लिए मैंने उसके साथ रहने का फैसला किया. हम पिछले 4 महीने से लिव इन में रह रहे हैं. हमारा रिश्ता कमाल का था. मानसिक और शारीरिक रूप से हम दोनों एक-दूसरे के लिए परफेक्ट थे लेकिन पिछले कुछ महीने से कुछ ऐसी चीजें हो रही हैं जिससे मैं बहुत परेशान हो चुकी हूं.'
'पिछले कुछ दिनों से मेरे ब्वॉयफ्रेंड के सेक्सुअल बिहेवियर में एक बदलाव आ चुका है. वो नींद में सेक्स करता है और सुबह उठने के बाद उसे कुछ भी याद नहीं रहता है. इंटरनेट के जरिए हमें पता चला कि 'सेक्सोमेनिया' नाम की एक बीमारी होती है जिसमें मरीज सोते समय भी सेक्स करता है और इसके बारे में मरीज को पता भी नहीं चलता. इस बीमारी को स्लीप सेक्स भी कहा जाता है.'
'मैंने अपने ब्वॉयफ्रेंड को बहुत समझाया कि मैं नींद में बिना प्रोटेक्शन के सेक्स नहीं कर सकती और अगर वो मेरी रजामंदी के बिना कुछ करेगा तो मैं उसे छोड़ कर चली जाऊंगी. उसने मुझे भरोसा दिलाया कि अब ऐसा कुछ नहीं होगा. हालांकि इन सब बातों का कोई असर नहीं हुआ और वो फिर से आधी रात में उठकर वही काम करने लगा. जाहिर तौर उसे याद नहीं रहा होगा कि सोने से पहले हमारी क्या बातें हुईं थीं. वो बहुत जल्दी सो जाता है और फिर उसका सेक्सोमेनिया जाग जाता है.'
'बहुत लड़ाई-झगड़े के बाद आखिरकार हमने सेक्स करना ही बंद कर दिया. मैंने कहा कि जब तक वो डॉक्टर से इस बीमारी को लेकर संपर्क नहीं करेगा हमारे बीच कोई फिजिकल रिलेशनशिप नहीं होगा. उसने मुझसे माफी मांगी और कहा कि वो खुद पर कंट्रोल करने की कोशिश करेगा और डॉक्टर से भी मिलेगा. इतनी सारी चीजें होने के बाद भी कुछ भी सही नहीं हुआ. आखिरकार मैंने अपना रूम ही बदल लिया. अगली सुबह उसने कहा कि डॉक्टर से अपनी कंडीशन बताते हुए शर्म आती है इसलिए वो वहां नहीं जाना चाहता.'
'इंटरनेट पर इस बीमारी के बारे में पूरी जानकारी लेने के बाद मैंने उसकी डाइट में बदलाव, शराब पीने की आदत और तनाव दूर करने के लिए बहुत कोशिश की लेकिन इन सब का कोई असर नहीं हुआ. आखिरकार एक दिन रात में मैंने उसे बुरी झिड़क दिया और कहा कि अगर वो मेरे साथ डॉक्टर के पास नहीं चलेगा तो मैं उससे ब्रेकअप कर लूंगी. हैरानी की बात ये है कि अगले ही दिन से उसका सेक्सोमेनिया अचानक से बंद हो गया.'
'मैं जानती हूं कि इस चीज पर मुझे खुश होना चाहिए लेकिन मुझे बहुत आश्चर्य हो रहा है कि ये आखिर हुआ कैसे. हर समय मेरे दिमाग में यही बात चलती रहती है. पता नहीं मुझे ऐसा क्यों लगता है कि उसकी बीमारी नकली थी. वो पूरे होशोहवाश में आधी रात को बिना मेरी मर्जी के सेक्स की कोशिश करता था और ऐसा दिखाता था कि उसे कुछ भी याद नहीं रहता. जबसे उसका सेक्सोमेनिया बंद हुआ है हमारी सामान्य सेक्स लाइफ भी पहले जैसी नहीं रही. इस बात का मुझे बहुत दुख होता है.'
'मेरे मन में बार-बार ख्याल आता है कि जिस इंसान को मैंने इतना प्यार किया उसने आपसी रजामंदी के शारीरिक संबंध से बचने के लिए मुझसे झूठे स्लीप डिसऑर्डर का नाटक किया. सबसे बड़ी बात कि जैसे ही मैंने उसे छोड़ने की धमकी दी उसकी बीमारी अचानक ठीक हो गई. जबकि इस बीमारी मरीज को कुछ भी याद नहीं रहता है कि जागते समय उसने किससे क्या बातें कीं.
महिला ने अंत में लिखा 'मैं सोचती हूं कि ब्वॉयफ्रेंड से इस बारे में बात करूं पर फिर ये सोचकर रुक जाती हूं कि कहीं उसे ऐसा ना लगे कि मैं उस पर नकली बीमारी करने का झूठा इल्जाम लगा रही हूं. मैं अपने दिमाग से इन बातों को बाहर ही नहीं निकाल पा रही हूं जिसका असर मेरी रिलेशनशिप पर पड़ रहा है. कृपया मेरी मदद करें.'
रिलेशनशिप एक्सपर्ट ने महिला को सलाह दी, 'आपका ब्वॉयफ्रेंड पर संदेह करना बिल्कुल सही है. अगर वो वाकई सेक्सोमेनिया से पीड़ित है तो बिना डॉक्टर के संपर्क के अपने आप ठीक नहीं हो सकता. लिव इन पार्टनर के तौर पर वो आपकी जरूरतों और बातों को भी नहीं समझ पा रहा है. ऐसे में आपको खुद सोचना चाहिए कि आपको ये रिश्ता आगे बढ़ाना चाहिए या नहीं.'
एक्सपर्ट्स ने कहा,' आमतौर पर सेक्सोमेनिया बहुत गहरी नींद में जाने के बाद होता है जिसे स्टेज थ्री स्लीप भी कहा जाता है. अगर आपका पार्टनर सोने के तुरंत बाद सेक्स की कोशिश करता है तो उस पर संदेह किया जा सकता है. हालांकि सेक्सोमेनिया वास्तव मे अचानक से भी बंद हो सकता है जैसे कि हर दिन शराब पीने वाले लोग इसे अचानक से बंद कर देते हैं. या फिर किसी को खर्राटे लेने की आदत है और इलाज के बाद वो अचानक बंद हो जाए. यही चीज सेक्सोमेनिया के बाद भी है लेकिन छोड़ने की धमकी के बाद इसका बंद हो जाना वाकई सवाल पैदा करता है.'
एक्सपर्ट्स ने कहा,'आपके ब्वॉयफ्रेंड को सेक्सोमेनिया है या नहीं ये तो कोई स्पेशलिस्ट उसकी जांच के बाद ही बता सकता है लेकिन सेक्सोमेनिया को बहाने के तौर पर इस्तेमाल करना कोई नई बात नहीं है. रेप के कई आरोपी भी अपने बचाव के लिए सेक्सोमेनिया बीमारी का इस्तेमाल करते हैं. ये आप पर निर्भर करता है कि आप कोई रिश्ता संदेह के साथ बढ़ाना चाहती हैं, सबकुछ भूलकर एक नए सिरे से शुरुआत करना चाहती हैं या फिर ऐसे रिश्ते को यहीं पर खत्म करना चाहती हैं.'