आज भी 'ओसामा' का खौफ बसा है लोगों के जहन में...एक समय पर 80 लोगों को चबाया था कच्चा

एक समय था जब अफ्रीकी देश युगांडा (Uganda) के लोग ‘ओसामा’ के खौफ तले सांस लेते थे,

Update: 2021-06-10 14:28 GMT

एक समय था जब अफ्रीकी देश युगांडा (Uganda) के लोग 'ओसामा' के खौफ तले सांस लेते थे, जिसने कई लोगों की जान ली थी. यहां बात अलकायदा आतंकवादी ओसामा बिन लादेन (Osama Bin Laden) की नहीं बल्कि घड़ियाल 'ओसामा' की हो रही है. युगांडा के लोगों ने इस 16 फुट लंबे घड़ियाल का नाम ओसामा रखा था क्योंकि इसने 80 लोगों को कच्चा चबाया था. तमाम कोशिशों के बाद भी ये घड़ियाल (Crocodile) आज तक जीवित है. स्थानीय लोगों के मुताबिक इस घड़ियाल के भीतर आतंकवादी (Terrorist) लादेन की आत्मा बसी हुई है.

ओसामा घड़ियाल का खौफ विक्टोरिया झील के तट पर बसे लुगांगा गांव में फैला था. मालूम हो कि विक्टोरिया अफ्रीका की सबसे बड़ी झील है. ये दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी झील है. ये झील एक समय पर खौफ का दूसरा नाम बनी हुई थी. नील नदी में पाए जाने वाले 75 साल के घड़ियाल ने गांव के 80 लोगों को अपना निवाला बनाया था. इस घड़ियाल का आतंक 1991 से 2005 तक अपने चरम पर था जब इसने गांव की 1/10 आबादी को खत्म कर दिया था.
बाल-बाल बचे शख्स ने सुनाई शिकार की कहानी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घड़ियाल 'ओसामा' झील से पानी भरने वाले लोगों को अपना शिकार बनाता था और मछली पकड़ने वाली नौकाओं को डिबोकर लोगों को खा जाता था. घड़ियाल के हमले से बचकर निकले पॉल का साथी 'ओसामा' का शिकार बन गया था. पॉल बताते हैं कि घड़ियाल पानी से निकला और नाव के ऊपर कूदा, जिससे नाव का पिछला हिस्सा पानी में डूब गया. वो मदद की गुहार लगा रहे थे कि तभी घड़ियाल ने उनके साथी पीटर का पैर अपने जबड़े में जकड़ लिया और पानी में खींचने लगा.
पॉल ने बताया कि सिर्फ पांच मिनट में ही पीटर ये जंग हार गया और घड़ियाल उसे पानी में खींच ले गया. उन्होंने बताया कि कुछ दिनों बाद पीटर के शरीर के अंग पानी में तैरते मिले थे. उस दौरान लोगों में इस घड़ियाल का इतना डर था कि वो भगवान से अपनी रक्षा की प्रार्थना करते थे. करीब सात दिनों तक चलाए गए अभियान के बाद 2005 में आखिरकार ओसामा को पकड़ लिया गया.
'ओसामा' को देखने आते हैं पर्यटक
50 ग्रामीणों द्वारा लगाए गए जाल में फंसने के बाद घड़ियाल को रस्सियों में बांध कर गाड़ी में लाद दिया गया. जाल में बांधे जाने के बाद भी 'ओसामा' को मारा नहीं जा सका क्योंकि युगांडा में ये गैर-कानूनी है. प्रशासन ने कहा कि घड़ियाल को भी जीने का अधिकार है. लिहाजा इसे घड़ियाल प्रजनन केंद्र को सौंप दिया गया, जहां इसे देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक आते रहते हैं.
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