मरने के बाद भी मां की लाश दे सकती है बच्चे को जन्म, डेड बॉडी से जुड़ी ये बातें कर देगी हैरान!
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दुनिया में लोगों की चलती-फिरती भीड़ से ही जिंदगी रोशन है. जब तक इंसान के अंदर सांसें है, वो कई तरह की चीजों में घुला-मिला रहता है. जैसे ही उसकी सांसें थम जाती है, सब खत्म हो जाता है. मौत के बाद इंसान (What Happens After Death) कहां जाता है, उसके साथ क्या होता है, इसे जानने के लिए कई तरह के रिसर्च होते रहते हैं. ऐसे भी कई लोग सामने आए हैं, जिनका दावा है कि वो मौत के मुंह से वापस आए हैं. उन्होने मौत के बाद की जिंदगी देख है. हालांकि, ये सारे सिर्फ दावे ही बनकर रह गए. इनका असलियत से कोई लेना नहीं है भी या नहीं, ये अभी तक जांच का विषय है.
मौत के बाद सांस लेता इंसान एक दम शांत हो जाता है. उसे कुछ नहीं पता चलता कि उसके आसपास क्या हो रहा है. जिंदा लोग अक्सर ये जानने के लिए उत्सुक होते हैं कि मौत के बाद क्या होता है? मौत के बाद लाइफ होती है या नहीं? इंसान की आत्मा कहां जाती है. इसका क्या होता है? और भी ऐसे कई सवाल दिमाग में आते हैं. लेकिन इन सभी सवालों का उचित जवाब नहीं मिल पाता. आज हम आपको डेड बॉडी से जुड़े कुछ ऐसे रोचक फैक्ट्स बताने जा रहे हैं, जिन्हें जानने के बाद आप हैरान रह जाएंगे. आपको यकीन नहीं होगा कि ऐसा हो सकता है?
– अगर एक प्रेग्नेंट महिला की मौत डिलीवरी के समय हो जाती है, तो उसकी डेड बॉडी बच्चे को जन्म दे सकती है. इसे विज्ञान की भाषा में कॉफिन बर्थ कहते हैं. दरअसल, महिला की मौत के बाद उसकी बॉडी एक ऐसा गैस बनाती है जो उसके गर्भ में मौजूद बच्चे को बाहर धकेलती है. इस तरह डेड बॉडी बच्चे को जन्म दे देती है.
– अगर किसी इंसान की मौत के बाद उसकी बॉडी को ढंका नहीं जाए. डेड बॉडी को यूं ही खुला छोड़ दिया जाए, तो उसकी स्किन चमड़े की तरह सख्त हो जाएगी.
– जब इंसान की मौत हो जाती है तब बॉडी के अंदर कई तरह के गैस बनने लगते हैं. ये गैस बॉडी के इंटेस्टाइन में बनते हैं. साथ ही बॉडी के अंदर ऑर्गन्स भी सड़ने लगते हैं. ऐसे में बॉडी की आंखें बाहर की तरफ निकल जाती है. साथ ही जीभ में सूजन आने की वजह से वो मुंह से बाहर आ जाती है.
– कई बार आपने सुना होगा कि डेड बॉडी थोड़ी देर के लिए जिंदा हो जाती है. जी नहीं, वो असल में जिंदा नहीं होती. कई बार मौत के बाद बॉडी से चीखने की आवाज आती है. दरअसल, जब इंसान मर जाता है तो बॉडी के अंदर बैक्टेरिया गैस बनाने लगते हैं. इससे वोकल मसल्स पर प्रेशर पड़ता है और बॉडी चिल्लाने लगती है.