फिशिंग के दौरान शख्स ने पकड़ी अत्यधिक दुर्लभ कैटफिश, मछली का रंग देखते ही उड़े होश

कई लोग शौकिया तौर पर मछली पकड़ते हैं तो कई लोगों का घर इसी काम से चलता है

Update: 2021-10-24 14:10 GMT

कई लोग शौकिया तौर पर मछली पकड़ते हैं तो कई लोगों का घर इसी काम से चलता है, लेकिन आसान सा लगने वाला ये काम इतना आसान नहीं होता. इसके लिए काफी धैर्य और प्रैक्टिस की जरूरत होती है. ऐसा इसलिए क्योंकि कई बार हमारे कांटे में कुछ ऐसी मछली जाती है. जिसे देखकर दुनिया हैरान हो जाती है. इन दिनों नीदरलैंड के एक शख्स से जुड़ी खबर काफी चर्चा में है जो नदी में मछली पकड़ने गया और उसके कांटे में एक ऐसी दुलर्भ मछली फंस गई.

जी हां, बिल्कुल सही पढ़ा हम बात कर रहे हैं मार्टिन ग्लैट्ज (Martin Glatz) के बारे में जो नदी में फिशिंग करने गए थे, काफी देर बाद जब उनका फिशिंग रॉड भारी हुआ तो वो समझ गए कि उनके कांटे में मछली फंस गई है. उन्होंने देखा कि उनके हाथ एक बड़ी सी केले जितनी पीले रंग की मछली लगी है. ये मछली एक दुर्लभ कैट फिश (Rare Catfish) थी. जो यूरोप की नदियों और झीलों में बहुतायत में पाई जाती है.
अब आपके मन में सवाल तो जरूर उठ रहा होगा कि अब आप सोचेंगे कि जो मछली यूरोप के झीलों और नदियों में बहुत ज्यादा संख्या में पाई जाती है, वह दुर्लभ कैसे हो सकती है? दरअसल मार्टिन ग्लैट्ज (Martin Glatz) ने जिस मछली को पकड़ा उसे एक खास तरह की जेनेटिक बीमारी थी. इस बीमारी को ल्यूसिस्म (Leucism) कहते हैं. जिसकी वजह से उसका रंग पीला हो रखा है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लियुसिज्म एक तरह का जेनेटिक डिसऑर्डर है. जिसके कारण जानवरों के शरीर का रंग बदल जाता है. स्किन और बाल का पिगमेंटेशन खत्म हो जाता है और शरीर का असली रंग उड़ जाता है. इससे पहले साल 2017 में अमेरिका के आयोवा में स्थित मिसीसिपी नदी में एक पीले रंग की कैटफिश देखी गई थी.
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