भारी बर्फबारी के कारण दूल्हा JCB लेकर पहुंचा दुल्हन को लेने, फिर हुआ कुछ ऐसा

बल्कि सच में ऐसा हुआ है. जेसीबी से दूल्हे को दुल्हन के घर आना कोई शौक नहीं बल्कि मजबूरी थी.

Update: 2022-01-25 05:52 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आजकल शादियों का सीजन शुरू हो गया है. लोग शादी के लिए दूर-दूर से बारात लाते हैं. हालांकि इस बीच एक ऐसा मामला सामने आया है जो चौंकाने वाला है. दरअसल, जब एक दूल्हे के लिए बर्फबारी व बारिश बाधा बन गई और रास्ता बंद हो गया तो दूल्हा जेसीबी मशीन लेकर दुल्हन को लेने पहुंच गया. उनके पहुंचते ही ससुराल में शादी की सारी रस्में निभाई गईं और फिर दूल्हा दुल्हन को लेकर घर लौट आया. वैसे अगर आप सोच रहे हैं कि यह एक फिल्मी कहानी है तो ऐसा नहीं है, बल्कि सच में ऐसा हुआ है. जेसीबी से दूल्हे को दुल्हन के घर आना कोई शौक नहीं बल्कि मजबूरी थी.

भारी बर्फबारी के कारण दूल्हा JCB लेकर पहुंचा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मामला रविवार को गिरिपार क्षेत्र के संगराह गांव का है. यहां हुआ यह कि रविवार की सुबह बारात संगराह से रतवा गांव के लिए रवाना हुई. ऐसे में भारी बर्फबारी के चलते बारात दल्यानु तक ही जा सकी. इस दौरान आगे का रास्ता बंद था, इसलिए वहां से आगे जाना नामुमकिन था.
जेसीबी मशीन से दूल्हे ने तय किया 30 किमी का रास्ता
यह सब देख दूल्हे के पिता जगत सिंह ने आगे जाने के लिए एक जेसीबी मशीन का इंतजाम किया, जिसमें दूल्हे ने 30 किमी का सफर तय किया. दूल्हा विजय प्रकाश, भाई सुरेंद्र, पिता जगत सिंह और फोटोग्राफर जेसीबी में बैठकर रतवा गांव तक पहुंचा. उसके बाद वहां शादी की सारी रस्में निभाईं और सभी दुल्हन के साथ लौटे.
दो घंटे की यात्रा 12 घंटे में हुई पूरी
बारात को मुहूर्त के अनुसार सुबह आठ बजे पहुंचना था, लेकिन गट्टाधर संगराह रोड पर भारी बर्फबारी के कारण पांवटा साहिब होते हुए रास्ता चुनना पड़ा. जी हां और इसमें भी कई जगहों पर पैदल चलकर वाहन बदलना पड़ा. ऐसे में जो यात्रा दो घंटे में तय होनी थी वह मार्ग बंद होने से करीब 12 घंटे में पूरी हुई. हालांकि दूल्हा दुल्हन को लाने में कामयाब रहा.


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