वीरान गांव! 100 सालों में पेड़-पौधों ने ले ली इंसानों की जगह, जानें क्या है वजह
वीरान गांव
दुनिया में बहुत सी ऐसी जगह (Abandoned places of the world) हैं जहां इंसान नहीं रहते मगर कभी रहा करते थे. यहां इंसानों के छोड़े हुए कई निशान मौजूद तो होते हैं मगर उनकी जगह पेड़-पौधे ले लेते हैं. ये जगहें अपने इतिहास के बारे में बहुत कुछ बोलती हैं मगर सबसे बड़ा सवाल तो ये उठता है कि जगहें वीरान कैसे हो गईं. आज हम आपको इंग्लैंड के एक ऐसे ही गांव (England village abandoned for 100 years) के बारे में बताने जा रहे हैं जो पिछले 100 सालों से सुनसान है.
मिरर वेबसाइट के रिपोर्टर जैक कॉलविल ने हाल ही में क्लिकेट (Clicket Village) नाम के एक गांव पर खबर की जिसके काफी चर्चे हो रहे हैं. ये गांव इंग्लैंड के सोमरसेट (Somerset) में ब्रैंडन हिल के पूर्वी कोने पर स्थित है. रिपोर्ट में बताया गया कि अब ये गांव पूरी तरह से वीरान (Clicket abandoned village) है. यहां एक भी इंसान नहीं रहता और उनकी जगह सिर्फ जानवरों और पेड़-पौधों ने ले ली है. पेड़-पौधों के कारण घर और गांव से जुड़ी अन्य चीजें साफ नजर नहीं आती हैं.
गांव छोड़कर जाने के पीछे था बड़ा कारण
अब सवाल ये उठता है कि गांव वीरान कैसे हो गया और यहां से लोग चले क्यों गए. रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि पुराने वक्त में गांव में ना ही चर्च रहा होगा और ना ही दुकानें या स्कूल होंगे. ये सब चीजें पास के दूसरे गांवों में रही होंगी इस वजह से लोग उन गांवों में जाया करते होंगे. माना जाता है कि धीरे-धीरे गांव से लोग कम होने लगे क्योंकि गांव के रास्ते काफी खड़े और ढलान वाले थे. इस वजह से बैल गाड़ी के जरिए गांव तक जरूरत का सामान पहुंचाने में मुश्किल होती होगी. इन मुश्किलों का सामने करने वाले लोगों ने वक्त के साथ गांव को छोड़ दिया. साल 1901 में इस गांव में सिर्फ 3 ही लोग रहा करते थे और कुछ वक्त बाद उन लोगों ने भी गांव खाली कर दिया.
14वीं सदी में भी मिलता है गांव का जिक्र
रिपोर्ट में बताया गया है कि गांव का जिक्र 14वीं सदी में भी मिलता है. गांव तक अब पहुंचना जैक के लिए काफी चुनौतीपूर्ण था. उन्हें कहीं भी सड़क के किनारे कोई निशान नहीं मिला जो बताता हो कि क्लिकेट गांव किस तरफ है. गूगल मैप भी रास्ता गलत दर्शा रहा था. बड़ी मुश्किल से खेतों के बीच और एक सड़क पर उन्हें गांव की ओर जाने का निशान दिखा जिसके जरिए वो वहां तक पहुंचे. गांव के अंदर जाने पर एक वॉचटावर दिखा और कुछ छोटी दीवारें भी नजर आईं.