ब्रिटिश प्रोग्रामर ने पहली बार भेजा था SMS, जानिए क्यों?

वोडाफोन के कर्मचारी रिचर्ड जार्विस ने क्रिसमस पार्टी (Christmas Party) के मौके पर रिसीव किया था

Update: 2021-12-21 11:43 GMT
Knowledge News: जब आप अपने स्मार्टफोन पर टाइपिंग और टेक्स्टिंग में व्यस्त होते हैं, तो क्या आपने कभी सोचा है कि यह सब कैसे शुरू हुआ? इतना ही नहीं, क्या आप जानते हैं कि दुनिया का पहला टेक्स्ट मैसेज कौन सा था? मालूम हो कि यह 30 साल पहले, 3 दिसंबर 1992 (3rd December 1992) को लिखा गया एक सिंपल लेकिन चियरफुल 'मेरी क्रिसमस' (Merry Christmas) था. 15-अक्षर वाला मैसेज नील पापवर्थ (Neil Papworth) द्वारा वोडाफोन के नेटवर्क के माध्यम से लिखा गया था और वोडाफोन के कर्मचारी रिचर्ड जार्विस ने क्रिसमस पार्टी (Christmas Party) के मौके पर रिसीव किया था.
ब्रिटिश प्रोग्रामर ने पहली बार भेजा था SMS
उस समय 22 वर्षीय ब्रिटिश प्रोग्रामर नील पैपवर्थ ने कंप्यूटर से पहला शॉर्ट मैसेज सर्विस (SMS) भेजा था, और फिर मॉडर्न मैसेजिंग की शुरुआत हुई. डेलीमेल के अनुसार, 2017 में, नील पैपवर्थ ने कहा, '1992 में, मुझे नहीं पता था कि टेक्स्टिंग इतनी लोकप्रिय हो जाएगी, और यह लाखों लोगों द्वारा यूज किए जाने वाले इमोजी और मैसेजिंग ऐप को जन्म देगा.'
दुनिया का पहला एसएमएस अब NFT के रूप में बेचा जाएगा
ब्रिटिश टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन ने अब इस एसएमएस को एक एनएफटी के रूप में नीलाम करने का फैसला किया है. ऐतिहासिक टेक्स्ट को अब एक एनएफटी के रूप में फिर से बनाया गया है, जो अनिवार्य रूप से एक डिजिटल रसीद है. डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, आइकॉनिक टेक्स्ट मैसेज की नीलामी पेरिस में अगुट्स ऑक्शन हाउस द्वारा की जाएगी. लकी खरीदार टेक्स्ट मैसेज के वास्तविक संचार प्रोटोकॉल की विस्तृत और यूनिक रिप्लिका के एक्चुअल स्वामित्व वाला एकमात्र मालिक होगा. खरीदार ईथर (Ether) क्रिप्टोक्यूरेंसी के जरिए पेमेंट करेगा.
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