Boiling river: इस नदी का पानी इतना गर्म, चावल तक बनाकर खाते हैं लोग, वैज्ञानिक भी दंग

वैज्ञानिक भी दंग

Update: 2021-04-06 10:48 GMT

ये दुनिया अजीबोगरीब चीजों से भरी पड़ी है. चाहे वह इंसान हो , जानवरो हो या फिर कोई जगह. अक्सर ऐसी जानकारी मिलती रहती है, जिसके बारे में हम कल्पना तक नहीं कर सकते हैं. अब इस नदी के बारे में ही पहले सुन लीजिए, जहां नदी का पानी ठंडा होता है वहीं एक नदी ऐसी भी है जिसका पानी हमेशा खौलते रहते रहता है. वो भी इस तरह कि इसमें इंसान के साथ-साथ खाना भी आसानी से पक जाए. तो आइए, जानते हैं इस नदी के बारे में कुछ दिलचस्प बातें…

दुनिया में वैसे तो कई खतरनाक और डरावनी नदियां हैं. लेकिन, अमेजन के जंगल में एक नदी ऐसी है, जिसका पानी हमेशा खौलते रहता है. इस नदी को बॉयलिंग रिवर भी कहा जाता है. नदी का पानी खौलता देख वैज्ञानिक भी हैरान हैं और यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि इसके पीछे का कारण क्या है? रिपोर्ट के अनुसार, इस नदी की खोज आंद्रे रूजो ने साल 2011 में की थी. इस नदी को मयानतुयाकू नदी के नाम से भी जाना जाता है. इस नदी को खोजने के लिए आंद्रे ने काफी मेहनत की थी. बताया जाता है कि 24 घंटे इस नदी का पानी उबलते रहता है. इस नदी की लंबाई 6.4 किलोमीटर, चौड़ाई 82 फीट और गहराई 20 फीट है. हैरानी की बात ये है कि इस नदी का पानी 200 डिग्री फारेनहाइट पर उबलते रहता है. आलम ये है कि इस पानी से अंडे, चावल के साथ-साथ खाने की कई सामग्रियां आसानी से उबल जाते हैं. इतना ही नहीं अगर कोई इंसान इसमें गिरता है तो मिनटों में इसकी मौत हो जाती है.
इस तरह हुई इस नदी की खोज
आंद्रे ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि जब वह छोटे थे तो अपने दादा जी से उबलने वाली नदी की कहानी सुनते थे. उनके मन में ये बात बैठ गई. उन्हें लगा कि ऐसी नदी बिल्कुल होगी. जब वह बड़े हुए तो उन्होंने इस नदी की खोज शुरू की. इस तरह की नदी को लेकर उन्होंने कई लोगों से पूछताछ की लेकिन किसी के पास इसकी जानकारी नहीं थी. इसके बाद उन्होंने खुद इस तरह की नदी को खोजने का फैसला किया. इसके बाद उन्होंने इस तरह की नदी खोज शुरू की, जब वह पीएचडी की पढ़ाई कर रहे थे तो आंद्रे अमेजन जंगल में जाने का फैसला किया. इसके बाद उन्होंने साल 2011 में इस नदी की खोज की. फिलहाल इस नदी को समझने के लिए कई तरह के प्रोजेक्ट चल रहे हैं.
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