जनता से रिश्ता वेबडेस्क। एक बार मां बनने के बाद बच्चा ही उसकी पूरी दुनिया होता है. अपने बच्चे की ज़िंदगी और सुरक्षा के लिए एक मां कुछ भी कर सकती है. भले ही उसके लिए अपनी ही जान जोखिम में क्यों ना डालनी पड़ जाए. प्रकृति ने हर प्रजाति का मां को ऐसा ही बनाया है. जो अपने बच्चे के लिए सुरक्षाकवच की तरह बन जाती है. धरती पर इससे खूबसूरत और कोई रिश्ता है भी तो नहीं.
Wildlife viral series में दिखाते हैं कि कैसे एक हथिनी ने नदी में डूबते अपने बच्चे को बचाने के लिए अपनी जान की परवाह नहीं की. IFS Parveen Kaswan ने अपने ट्विटर पेज पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें नदी पार करते हाथियों के झुंड में से एक बच्चा तेज़ धार में डगमगाया और डूबने लगा, तो मां ने अकेले ही उसे बचाने का बीड़ा उठा लिया.
तेज़ धार में संतुलन खोकर डूबने लगा बेबी हाथी
वीडियो बंगाल के नागरकाटा का है. जहां एक-दो नहीं बल्कि हाथियों का एक बड़ा झुंड है, जो एक साथ तेज़ धार नदी पार करता नज़र आया. हाथी वर्तमान में धरती का सबसे विशाल जानवर है. ऐसे में नदी की धार उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकती इसलिए सभी आसानी ने नदी के उस पार चले गए, लेकिन झुंड में हाथी का एक बच्चा भी था. जो अभी बेहद छोटा था. पानी की तेज़ धार में उसके पैर उखड़ गए फिर तो चाहकर भी वो अपना संतुलन वापस नहीं बना पाया. तो मां ने अपनी जान जोखिम में डालकर उसे बचाया.
बच्चे को डूबता देख मां ने जोन जोखिम में डाकर बचाया उसे
बच्चे को बैलेंस खोकर डूबता देखते ही मां सतर्क हो गई. उसने फौरन झुंड का साथ छोड़ा और बच्चे को बचाने का तरीका खोजने लगी. काफी देर तक तो वो उसे अपने पैरों पर वापस खड़ा करने में मदद करने की कोशिश करती रही. लेकिन नदी का बहाव इतना तेज़ था कि ऐसे मुमकिन नहीं हो पा रहा था. जब तक वो हथिनी बच्चे को सहारा देती अगली लहर में वो दूर चला जाता. ऐसे में कोई रास्ता नहीं सूझा तो मां ने अपनी सूंढ में बच्चे को उठा लिया और किसी तरह किनारे पर लेकर आई. और जब आश्वस्त हो गई कि वो सुरक्षित जगह पर आ चुकी है तब जाकर बच्चे को सूंढ से छोड़ा और कतार में खड़े अपने कुनबे की तरफ बढ़ चली.