पत्नी के गहने बेचकर ऑटो को बनाया एंबुलेंस, जावेद की दरियादिली देख लोग कर रहे जमकर तारीफ

कोरोना महामारी ने देश के लोगों को पूरी तरह से बेबस कर दिया है

Update: 2021-04-30 10:07 GMT

कोरोना महामारी ने देश के लोगों को पूरी तरह से बेबस कर दिया है. लोग इतने मजबूर हो गए कि उन्हें न तो वक्त पर इलाज मिल पा रहा और न ही जरूरी दवाइयां. ऐसे में कुछ लोग अभी भी इंसानियत की मिसाल पेश कर रहे हैं. कुछ ऐसा ही काम कर रहे है जावेद खान, जो कि पेशे से ऑटो ड्राइवर हैं. मध्य प्रदेश के भोपाल में ऑटो चलाने वाले जावेद अपने रिक्शा से उन मरीजों को फ्री में अस्पताल पहुंचा रहे हैं जिन्हें एंबुलेंस नहीं मिल पा रही. उनकी इस दरियादिली को देखकर हर कोई उन्हें सलाम ठोक रहा है.


इस मुश्किल घड़ी में जहां लोग अपने को बचाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं, वहीं जावेद ने कोरोना महामारी के बुरे वक्त में ये साबित कर दिखाया कि अगर आप किसी की मदद करना चाहे तो कोई मुश्किल आपकी राह की अड़चन नहीं बनेगी. जावेद जिस तरह से लोगों की मदद कर रहे हैं, उसे देखकर कई लोगों को हिम्मत मिल रही है. जावेद ने लोगों की मदद करके एक बार फिर साबित कर दिया है कि जहां चाह वहीं राह. यही वजह है कि सोशल मीडिया पर उनके काम की खूब सराहना हो रही है.

जावेद की दरियादिली ने जीता लोगों का दिल


लोगों ने बढ़ाया जावेदा का हौसला
सोशल मीडिया पर वायरल हुई जावेद की कहानी
जावेद ने न्यूज एजेंसी 'एएनआई' को बताया, मैंने सोशल मीडिया और न्यूज चैनल्स पर देखा कि एंबुलेंस की कमी के कारण लोग किस तरह से मरीजों अस्पताल लेकर पहुंच रहे हैं. इसी के बाद मैंने यह काम करने का फैसला किया. इसके लिए मुझे अपनी पत्नी के गहने बेचने पड़े. ऑक्सीजन के लिए मैं रीफिल सेंटर के बाहर लाइन में खड़ा होता हूं. अब मुझे यह काम करते 15 से 20 दिन हो गए हैं. इस दौरान मैंने 9 सीरियस पेशंट्स को अस्पताल पहुंचाया.

सोशल मीडिया पर जो फोटो तेजी से वायरल हो रही है, उसमें देखा जा सकता है कि जावेद के 'ऑटो एंबुलेंस' में ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीमीटर से लेकर पीपीई किट जैसी तमाम जरूरी सुविधाएं मौजूद है. जावेद अपने काम के बारे में बात करते हुए कहते हैं, 'मेरा कॉन्टेक्ट नंबर सोशल मीडिया पर मौजूद है. अगर किसी को एंबुलेंस नहीं मिलती तो वह मुझे बेहिचकक फोन कर सकता है.'
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