अमेरिका के बेंजामिन चोई नाम के छात्र ने बनाई दिमाग से कंट्रोल होने वाली रोबोटिक आर्म, देखें वीडियो
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। 17 Year Old Student Made Mind Controlled Robotic Arm: दुनिया में कुछ अलग करने वालों की कमी नहीं है. हर रोज हमें कुछ नया और कुछ अलग देखने को मिल जाता है. जिसे देखकर पूरी दुनिया में उस बात की चर्चा होने लगती है. ऐसा ही एक काम अमेरिका के 17 वर्षीय छात्र ने किया है. बेंजामिन चोई नाम के छात्र ने अनोखा आविष्कार किया है. चोई ने एक रोबोटिक आर्म (Robotic Arm) बनाया है जिसकी कीमत मार्केट में मिलने वाले रोबोटिक आर्म की कीमत के मुकाबले बहुत कम है. इस रोबोटिक आर्म की खासियत ये है कि इसे दिमाग से कंट्रोल किया जा सकता है.
हाई स्कूल में पढ़ने वाले 17 साल के बेंजामिन को रोबोटिक आर्म (Robotic Arm) बनाने का आइडिया एक अमेरिकन टीवी प्रोग्राम 60 मिनिटस (60 Minutes) के एपिसोड को देखकर आया था. उसमें रिसर्चस एक मरीज के दिमाग में छोटे सेंसर लगाते हैं, जिससे मरीज उस रोबोटिक आर्म को अपने दिमाग से कंट्रोल कर सके.
स्मिथसोनिएन मैगजीन (Smithsonian Magazine) को दिए एक इंटरव्यू में बेंजामिन ने कहा कि वो इस तकनीक से बहुत प्रभावित था. लेकिन वह परेशान भी था क्योंकि इसके लिए बहुत जोखिम भरी ओपन ब्रेन सर्जरी (Open Brain Surgery) की आवश्कता थी.
कैसे बनाया रोबोटिक आर्म?
बेंजामिन को अपनी पढ़ाई के दौरान पहले से ही रोबोट बनाने और कोडिंग करने का अनुभव था. उसने रोबोटिक आर्म को छोटे टुकड़ों में प्रिंट करने के लिए अपनी बहन के 3D प्रिंटर और मछली पकड़ने वाले लाइन का इस्तेमाल किया. फिर उन सभी भागों को एक साथ बांध दिया. बेंजामिन ने कहा कि आर्म को मजबूत और टिकाऊ बनाने के लिए इंजीनियरिंग-ग्रेड के सामान से बनाया था जो कि चार टन वजन तक का सामना उठा सकता है.
यहां देखें वीडियो:
रोबोटिक आर्म की ये है खासियत
इस रोबोटिक आर्म की एक खास बात यह है कि ये आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एल्गोरिदम (Artificial Intelligence Algorithm) के उपयोग से उपयोगकर्ता के दिमाग की तरंगों को इंटरप्रेट कर सकता है. इसमें उपयोग हुई इलेक्ट्रोएन्सेफलोग्राफी तकनीक के माध्यम से ये दिमाग की इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी को रिकॉर्ड करता है.