इस चिड़िया की चहचाहट के बिना अधूरा है 90s किड का बचपन, गौरैया दिवस पर जानें दिलचस्प बातें

आज दुनियाभर में ‘विश्व गौरैया दिवस’ मनाया जा रहा है

Update: 2021-03-20 07:05 GMT

आज दुनियाभर में 'विश्व गौरैया दिवस' मनाया जा रहा है. इस दिन स्वानंद किरकिरे का लिखा यह गीत 'ओरी चिरैया नन्ही सी चिड़िय़ा अंगना में फिर आजा रे…अंधियारा है घना और लहू से सना किरणों के तिनके अम्बर से चुन्न के अंगना में फिर आजा रे. हमने तुझपे हज़ारों सितम हैं किये हमने तुझपे जहां भर के ज़ुल्म किये, हमने सोचा नहीं तू जो उड़ जायेगी ये ज़मीन तेरे बिन सूनी रह जायेगी। किसके दम पे सजेगा अंगना मेरा ओ री चिरैया, मेरी चिरैया अंगना में फिर आजा रे'. सबसे ज्यादा याद आता है.


दुनिया भर में गौरैया पक्षी की संख्या तेजी से घट रही है. आप भी याद कीजिए, अंतिम बार आपने गौरैया को कब देखा था. कहां देखा था. जी हां हम उसी गौरैया की बात कर रहे हैं, जिसके बिना 90s के बच्चों का बचपन की यादें अधूरी हैं. इसी पक्षी के संरक्षण (Protection) के प्रति जागरूकता (Awareness) फैलाने के मकसद से 'विश्व गौरैया दिवस' मनाया जाता है. सोशल मीडिया पर #WorldSparrowDay टॉप ट्रेंड कर रहा है. लोग इस पक्षी के साथ जुड़ी अपनी यादें शेयर कर रहे हैं.





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