सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए लड़कियों के टीकाकरण को करेगी प्रोत्साहित
सर्वाइकल कैंसर
नयी दिल्ली: सरकार सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए 9 से 14 वर्ष के आयु वर्ग की लड़कियों के टीकाकरण को प्रोत्साहित करेगी।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में केंद्रीय अंतरिम बजट 2024-2025 पेश करते हुए यह घोषणा की।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले महीने कहा था कि वह देश में सर्वाइकल कैंसर के मामलों पर बारीकी से नजर रख रहा है और राज्यों तथा विभिन्न स्वास्थ्य विभागों के साथ नियमित संपर्क में है।
सरकार ने पिछले साल मार्च में राज्यसभा को बताया था कि बीमारी के दबाव पर ताजा प्रमाण, एचपीवी टीके की एकल खुराक की प्रभावशीलता पर प्रमाण, क्लीनिकल परीक्षण के आंकड़े और टीके की शुरूआत पर सिक्किम सरकार के अनुभव के आधार पर, जून 2022 में टीकाकरण पर ‘राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह’ (एनटीएजी) ने एक सिफारिश की थी। यह सिफारिश 9 से 14 साल की किशोरियों के लिए एक बार और इसके बाद नौ साल तक नियमित रूप से एचपीवी टीकाकरण को लेकर थी।
एचपीवी टीका ‘ह्यूमन पेपिलोमा वायरस’ (एचपीवी) के संक्रमण के कारण होने वाले कुछ कैंसर से बचाता है जिनमें सर्वाइकल कैंसर भी शामिल है।
दुनिया भर में महिलाओं की कुल आबादी का 16 फीसदी हिस्सा भारत में है। सर्वाइकल कैंसर के लगभग एक चौथाई मामले और वैश्विक स्तर पर सर्वाइकल कैंसर से होने वाली मौतों में से लगभग एक-तिहाई मौत भारत में होती हैं।
अधिकारियों ने कहा था कि भारतीय महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर होने का जोखिम 1.6 प्रतिशत और सर्वाइकल कैंसर से मृत्यु का जोखिम एक प्रतिशत है।
कुछ हालिया अनुमानों के अनुसार, भारत में हर साल लगभग 80,000 महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर होता है और करीब 35,000 महिलाओं की इसके कारण मृत्यु हो जाती है।