राजधानी दिल्ली में पानी की किल्लत से मचा कोहराम, कई इलाको में हुई पानी की कमी

Update: 2022-06-10 06:12 GMT

दिल्ली वाटर क्राइसिस: यमुना में पानी की कमी की वजह से वजीराबाद, चंद्रावल व ओखला वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पहले से पानी उत्पादन प्रभावित है, लेकिन अब हैदरपुर फेज-1 व 2, नांगलोई तथा बवाना वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पहुंचने वाले यमुना के पानी में कमी के कारण जल उत्पादन क्षमता काफी हदतक प्रभावित हो गया है। यमुना के जलस्तर में इस कमी के चलते राजधानी में पेयजल संकट गंभीर रूप लेने लगा है। कई इलाके में पानी के लिए हहाकार मचने लगा है।

दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के अनुसार वजीराबाद बैराज के जलस्तर में कमी, और सीएलसी (कैरियर लाइनेड चैनल) से वजीराबाद की ओर अधिकतम संभव मोड़, और डीएसबी (दिल्ली उप-शाखा) और सीएलसी में प्रवाह में उतार-चढ़ाव के कारण, हैदरपुर पहुंचने वाले पानी में प्रदूषण की मात्रा अधिक हो गया है। पानी में इस गंदगी के बढऩे हैदरपुर फेज-1 व 2, बवाना, नांगलोई तथा द्वारका वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पानी का उत्पादन काफी प्रभावित हुआ है। बता दें कि सीएलसी और डीएसबी के द्वारा हरियाणा से दिल्ली में पानी आता है। हैदरपुर में प्लांट में 200 एमजीडी, बवाना 20 एमजीडी, नांगलोई 40 एमजीडी पानी का उत्पादन करता है। दिल्ली जल बोर्ड ने कहा है कि उपरोक्त स्थिति के कारण उत्तरी दिल्ली, उत्तर-पश्चिम दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली और दिल्ली कैंट सहित दक्षिणी दिल्ली इलाके तथा डियर पार्क का कमांड एरिया में पानी की आपूर्ति बाधित रहेगी। जल बोर्ड ने कहा है कि पानी के टैंकरों की मांग होने पर उपभोक्ता दिल्ली जल बोर्ड के केंद्रीय नियंत्रण कक्ष के फोन नंबरों 1916,23527679 व 23634469 पर संपर्क कर सकते हैं।

दूसरी ओर वजीराबाद बैराज का स्तर 668.70 फीट पर ही सीमित है। जबकि सामान्य तौर पर जलस्स्तर 674.50 फीट रहना चाहिए। पिछले महीने 17 मई को जब यमुना सूख रही थी तो डीजेबी ने हरियाणा सिंचाई विभाग को पत्र लिखकर अतिरिक्त 150 क्यूसेक पानी नदी में छोडऩे का अनुरोध किया था। पानी की इस कमी की वजह से वजीराबाद और चंद्रावल में पानी के उत्पादन में 55 एमजीडी की गिरावट आई है। दिल्ली को यमुना नदी से प्रवाह नहीं मिल रहा है, जिसके परिणामस्वरूप लगभग 120 क्यूसेक पानी की कमी हो गई है। इधर प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में किराड़ी विधानसभा क्षेत्र, सिविल लाइंस, हिंदूराव अस्पताल और आसपास के क्षेत्र, कमला नगर, शक्ति नगर और आसपास के क्षेत्र, करोल बाग, पहाड़ गंज, एनडीएमसी क्षेत्र, पुराना और नया राजिंदर नगर, पटेल नगर (पूर्व और पश्चिम), बलजीत नगर, प्रेम नगर, इंद्रपुरी और आसपास के क्षेत्र, कालकाजी, गोविंदपुरी, तुगलकाबाद, संगम विहार, अंबेडकर नगर, प्रहलादपुर और आसपास के क्षेत्र, रामलीला ग्राउंड, दिल्ली गेट, सुभाष पार्क, मॉडल टाउन, गुलाबी बाग, पंजाबी बाग, जहांगीरपुरी, मूलचंद, साउथ एक्सटेंशन, ग्रेटर कैलाश, बुराड़ी और आसपास के क्षेत्र, छावनी क्षेत्रों के हिस्से तथा दक्षिणी दिल्ली के ज्यादातार इलाके शामिल है।

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