यमुना में जलस्तर संकट, हरियाणा ने पानी नहीं छोड़ा तो दिल्ली में हो सकती है भयंकर संकट- दिल्ली जल बोर्ड

Update: 2022-06-11 06:34 GMT

दिल्ली वाटर क्राइसिस: यमुना में लगातार घटते जलस्तर को देखते हुए दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के उपाध्यक्ष ने शुक्रवार को कहा कि अगर हरियाणा सरकार ने जल्द ही दिल्ली के लिए यमुना में पानी नहीं छोड़द्म तो राजधानी में पानी का भयंकर संकट छा सकता है। उन्हेंने यमुना में हरियाणा सरकार द्वारा अतिरिक्त जल छोडऩे की अपील की है ताकि दिल्ली में जलापूर्ति निर्बाध रूप से हो सके। फिलहाल दिल्ली जल बोर्ड हर वह संभव प्रयास कर रहा है कि वजीराबाद बैराज में जितना भी पानी है उसका इस्तेमाल ट्रीटमेंट के जरिए किया जा सके, ताकि दिल्लीवालों को भीषण गर्मी में पानी की किल्लत का सामना न करना पड़े। डीजेबी उपाध्यक्ष ने कहा कि वजीराबाद बैराज में टेंपरेरी वॉटर मास्टर मंगाई गई है। बैराज पर 700-800 मीटर के वर्ग में फैले पानी को एकत्रित किया जा रहा है, और फिर नए फ्लोटिंग पंप के माध्यम से लेकर पानी को ट्रीट किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि दिल्ली के अधिकांश इलाकों में वॉटर सप्लाई पर असर दिख रहा है, पानी के इस संकट की प्रमुख वजह वजीराबाद बैराज है, जहां से दिल्ली के अधिकांश हिस्सों में पानी जाता है। इस बैराज में लगातार जलस्तर कम हो रहा है। वजीराबाद बैराज में यमुना का पानी हरियाणा से होकर आता है। यहां से पानी को इक_ा कर ट्रीट किया जाता है और फिर दिल्ली के विभिन्न इलाकों में सप्लाई किया जाता है। वजीराबाद बैराज पर जलस्तर लेवल यह दिखाता हैं कि हरियाणा से कितना पानी दिल्ली की तरफ छोड़ा जा रहा है।

डीजेबी उपाध्यक्ष ने कहा कि वजीराबाद वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के तालाब में पानी न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है। इस न्यूनतम स्तर को समझने के लिए समुद्र स्तर से इसे नापा जाता है। आज की तारीख में वजीराबाद बैराज में जलस्तर सामान्य 674.5 फुट से घटकर इस साल के न्यूनतम स्तर 667.70 फुट पर पहुंच गया है। इसका मतलब यह है अपने स्तर से करीब 7 फुट नीचे। अगर यमुना को यहां से देखेंगे तो मालूम होगा कि यमुना के पानी की जो गहराई है, यह वजीराबाद पर लगभग आधा आधी फीट यानि कि 6 इंच से लेकर 1 फीट तक ही बची है। यह इस बात का संकेत है कि हरियाणा से बिल्कुल भी यमुना में पानी नहीं छोड़ा जा रहा है। वहीं, अगर पल्ला से आने वाले यमुना के पानी का जायजा लेंगे तो देखेंगे कि यमुना वहां पर पूरी तरह से सूख गई है। लोग यमुना के तल में क्रिकेट खेल रहे हैं और वहां पर गाड़ी चलाना सीख रहे हैं। क्योंकि वहां पर यमुना पूरी तरह से सूख गई है। इसके कारण दिल्ली के अंदर पानी का प्रोडक्शन करीब 100 एमजीडी तक प्रभावित हुआ है, जोकि पानी का एक बहुत बड़ा हिस्सा होता है। 

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