ग्राम वासियों ने दिल्ली राज्य चुनाव आयोग के आयुक्त व परिसीमन आयोग के प्रमुख को पत्र भेजा
दिल्ली न्यूज़: एमसीडी के वार्डों का परिसीमन करने के दौरान उनके नाम उनमें शामिल गांवों के नाम पर न करने का विरोध करते हुए बाहरी दिल्ली के कई ग्राम वासियों ने दिल्ली राज्य चुनाव आयोग के आयुक्त व परिसीमन आयोग के प्रमुख को पत्र भेजा है। ग्राम वासियों ने मांग की कि एमसीडी के वार्डों के नाम उनमें शामिल गांवों के नाम पर किए जाए। दिल्ली ग्राम पंचायत संघ प्रमुख थान सिंह यादव ने कहा कि पूरी दिल्ली गांवों की जमीन पर बसी हुई है, लेकिन गांवों को महत्व नहीं दिया जा रहा है। अब गांवों की पहचान भी खत्म करना शुरू कर दिया गया है। एमसीडी के वार्डों का परिसीमन प्रस्ताव में अनेक गांवों के नाम से बने वार्डों के नाम बदल दिए गए हैं। इस कारण ग्रामीणों में आक्रोश है। इससे पहले गांवों के नाम से स्कूल, सडकों, बसों के रूट बदल दिए गए थे।
360 गांव सर्व खाप के सुरेश शौकीन ने बताया कि स्वरूप नगर का लिबासपुर या सिरसपुर, कृष्ण विहार का पूंठ कलां, शाहबाद डेयरी का प्रहलादपुर, नांगलोई का घेवरा या सावदा, सुल्तानपुरी-ए का सुल्तानपुर माजरा, गुरु हरीकिशन नगर को पीरागढ़ी, मंगोलपुरी-बी का मंगोलपुर खुर्द, विकासपुरी का बुढ़ेला गांव, मोहन गार्डन ईस्ट का नवादा, द्वारका-बी का पोचनपुर, द्वारका-सी वार्ड का नाम गांव के नाम पर किया जाए। इसके अलावा कई अन्य वार्डों के नाम भी उनमें शामिल गांवों के नाम किए जाने चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि उनकी इस मांग पर गौर नहीं किए जाने की स्थिति में ग्रामवासी आंदोलन करेंगे और अदालत का खटखटाने से पीछे नहीं हटेंगे।