नई दिल्ली : 50 हजार के इनामी वांटेड बदमाश (50 Thousand Wanted Crook) को स्पेशल सेल ने दबोचा लिया है. यह हत्या, हत्या के प्रयास और धमकी देने के मामले में वांटेड था. दिल्ली के स्पेशल सेल पुलिस ने एक ऐसे कुख्यात वांटेड बदमाश (Notorious Wanted Crook) को गिरफ्तार किया है, जिसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था। हत्या, हत्या के प्रयास और विटनेस को धमकाने के मामले में पुलिस के मामलों में पुलिस को इसकी तलाश थी. इसके खिलाफ दिल्ली और यूपी में दर्ज मामलों में इसे भगोड़ा भी घोषित (Declared a Fugitive) किया गया था.
डीसीपी जसमीत सिंह (DCP Jasmeet Singh) के अनुआर, इन मामलों में गिरफ्तार आरोपी की पहचान डेनिश उर्फ चापड़ (Criminal Danish alias Chapad) के रूप में हुई है. ये मूलतः यूपी के बरेली का रहने वाला है. दिल्ली में ये गोविंदपुरी इलाके में रहता है. ये कुख्यात गैंगस्टर इरफान उर्फ छेनू के नजदीकी सादिक उर्फ फैजल उर्फ लंगड़ा का सहयोगी है. उस के साथ मिल कर इसने कई वारदातों को अंजाम दिया था. डीसीपी ने बताया कि स्पेशल सेल पुलिस को सूत्रों से इमामी भगौड़े दानिश मोहम्मद उर्फ़ चापड़ के बारे में सूचना मिली थी. इस पर प्रतिक्रिया करते हुए, एसीपी ललित मोहन नेगी और एसीपी हृदय भूषण की देखरेख में स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर संजय गुप्ता और राजेश कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर इसकी पकड़ के लिए लगाया गया था.पुलिस को इसके बारे में जानकारियों को विकसित करने के दौरान पता चला कि 2018 में ये ज्योति नगर एरिया छोड़ दिया था। जिसके बाद पुलिस यूपी के बरेली स्थित इसके गाँव जा कर इसके बारे में पता करने पहुंची, लेकिन उन्हें वहां से कुछ भी जानकारी नहीं मिली, जिसके बाद पुलिस ने दानिश के सहयोगियों पर नजरें रखनी शुरू की, जिसमें उन्हें दानिश के गोविंदपुरी इलाके में होने का शक हुआ. इस पर पुलिस ने सूत्रों को सक्रिय किया, जिससे पुलिस को गोविंदपुरी इलाके में दानिश की मूवमेंट का पता चला. इसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर उसे उस वक़्त दबोच लिया, जब वो नाई की दुकान पर बाल कटवाने पहुंचा था.बताया जा रहा है कि यह बरेली के कर्घना गाँव का रहने वाला है. दिल्ली शिफ्ट होने के बाद वो डेढ़ सालों तक गोविंदपुरी में रहा, उसके बाद ये करदमपुरी में रहने लगा. यहां इसने ज्योति नगर स्कूल में एडमिशन लिया, और 9वीं क्लास तक कि पढ़ाई की. लेकिन दानिश बेल तोड़ने के बाद करदमपुरी से वापस गोविंदपुरी शिफ्ट हो गया. 2016 में इसने अपने साथी उबेश के साथ मिल कर तनवीर नाम की हत्या कर दी थी. उबेश ने इसे बताया था कि उसके पिता मोबिन का किसी तनवीर के साथ पैसों को लेकर विवाद चल रहा है और उसे डर है कि वो उसे और उसके पिता की हत्या कर सकता है. इसलिए इन्होंने मिल कर तनवीर को रास्ते से हटाने की योजना बनाई. इसके लिए इन्होंने हथियारों की व्यवस्था की और पहले तो उसे गोली मारी फिर निर्दयता पूर्वक कई बार उस पर चाकू से भी हमला किया.
इस मामले में ज्योति नगर थाने में मामला दर्ज किया गया था. ज्योति नगर थाने में 18 अगस्त 2016 में दर्ज हत्या और आर्म्स के मामले में बेल पर बाहर निकलने के बाद से ही ये बेल तोड़ कर फरार चल रहा था. लगातार फरार रहने के कारण 2018 में करकरडूमा कोर्ट ने इसे भगोड़ा घोषित किया था. इसके बाद इसने 2019 में मृतक तनवीर के कजिन की दुकान पर उसे डराने और धमकाने की नीयत से फायरिंग भी की थी. इस मामले में भी ज्योति नगर थाने में मामला दर्ज किया गया था. वहीं 2020 में इसने बादशाह नाम के एक शख्स की हत्या की नीयत से सादिक उर्फ फैजल उर्फ लंगड़ा के साथ मिल कर फायरिंग की थी. इसे पता चला कि बादशाह ने इसकी बहन से शादी की, जबकि पहले ही उसकी शादी हो चुकी थी, और उसके 03 बच्चे भी हैं. बादशाह उसकी बहन के साथ काफी बुरा बर्ताव करता था. इसी को लेकर उसने हत्या की नीयत से उस ओर फायरिंग की थी, लेकिन वो बच गया. इस मामले में यूपी के गाजियाबाद स्थित लोनी थाने में मामला दर्ज किया गया था.
इन मामले में स्पेशल सेल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच और कार्रवाई के लिए संबंधित थाने और कोर्ट को सूचित कर दिया है.