विश्वविद्यालय अनुदान आयोग अग्निपथ योजना के तहत युवाओं को प्राप्त कौशल की पहचान के लिए करेगा काम
दिल्ली: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) सशस्त्र बलों की 'अग्निपथ' योजना के तहत रंगरूटों द्वारा प्राप्त कौशल को पहचानने की दिशा में काम करेगा ताकि स्नातक कार्यक्रम में शामिल होने पर उनका आकलन किया जा सके। यह बात यूजीसी अध्यक्ष जगदीश कुमार ने कही। देश ने तीनों सेनाओं में सैनिकों की भर्ती को लेकर 'अग्निपथ' नाम की एक 'परिवर्तनकारी' योजना का ऐलान मंगलवार को किया, जिसके तहत सैनिकों की भर्ती छोटी अवधि के लिए संविदा पर की जाएगी। इस योजना का मकसद रक्षा विभाग के बढ़ते वेतन और पेंशन खर्च को कम करना है।
कुमार ने कहा कि अग्निपथ भारत के युवाओं के लिए सशस्त्र बलों का हिस्सा बनने के लिए एक बड़ी योजना है। यह उन्हें विभिन्न कौशल और एक अग्निवीर कौशल प्रमाणपत्र प्राप्त करते हुए हमारे देश की सेवा करने का अवसर प्रदान करती है। कुमार ने कहा कि यूजीसी, अग्निपथ के तहत सशस्त्र बलों में चार साल की सेवा के दौरान अग्निवीरों द्वारा प्राप्त कौशल को मान्यता देने की दिशा में यूजीसी के योग्यता ढांचे के तहत काम करेगा ताकि जब अग्निवीर अपने स्नातक कार्यक्रम में शामिल हों तो इसका आकलन किया जा सके।