नई दिल्ली: केंद्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अमेरिका के उर्जा सचिव जेनिफर ग्रानहोम के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इस दौरान भारत और अमेरिका के बीच क्लीन एनर्जी ट्रांजिशन और रेन्यूवेबल एनर्जी की बड़े पैमाने पर एकीकरण का समर्थन करने के लिए न्यू एनर्जी टास्क फोर्स शुरू करने की घोषणा की गई। इसके बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री ने रूस से तेल आयात पर खुल कर जवाब दिया। उन्होंने कहा, अपनी जनता को ऊर्जा उपलब्ध कराना भारत सरकार का नैतिक कर्तव्य है और भारत को जहां से तेल मिलेगा, वह खरीदेगा। रूस से तेल के आयात के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा, किसी ने भारत को रूस से तेल खरीदने से मना नहीं किया है। उन्होंने कहा, भारत कहीं से भी तेल खरीदेगा, इसका सीधा सा कारण है कि इस तरह की चर्चा को भारत की उपभोक्ता आबादी तक नहीं ले जाया जा सकता।
भारत में तेल के दाम पर सिर्फ दो प्रतिशत वृद्धि: पेट्रोल व डीजल की कीमतों पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, अगर उत्तरी अमेरिका में 43-46% की वृद्धि होती है, तो भारत में हम कीमतों में केवल 2% या उससे अधिक की वृद्धि की अनुमति देते हैं। वहीं गैस के संदर्भ में, वैश्विक स्तर पर दाम 260-280% तक बढ़ गए और गैस की कीमतों में वृद्धि को नियंत्रित करने की हमारी क्षमता लगभग 70% है।
50 गुना बढ़ा कच्चे तेल का आयात: गौरतलब है कि भारत द्वारा रूस से कच्चे तेल का आयात अप्रैल से अभी तक 50 गुना से ज्यादा बढ़ गया है। भारत फिलहाल कुल कच्चा तेल आयात का 10 फीसदी हिस्सा रूस से मंगवा रहा है। यूक्रेन युद्ध से पहले भारत रूस से महज 0.2 फीसदी आयात करता था।
भारत ऊर्जा संकट से जिम्मेदारी व परिपक्वता के साथ निपटा: केंद्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ऊर्जा क्षेत्र में भारत-अमेरिका सहयोग में काफी संभावनाएं जताई हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने मौजूदा ऊर्जा संकट को कुशलता से संभाला है और ऊर्जा की कमी से देश के किसी भी हिस्से को प्रभावित नहीं होने दिया है।