अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के नेतृत्व में डीयू प्रशासन की नीतियों और मूलभूत सुविधाओं को लेकर छात्रों ने विरोध दर्ज कराया
दिल्ली न्यूज़: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) के नेतृत्व में दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू)प्रशासन की नीतियों और विद्यार्थियों की मूलभूत सुविधाओं को लेकर सैकड़ो छात्रों ने विरोध दर्ज कराया। आर्ट फैकल्टी के सामनेबारिश के बीच छात्र प्रदर्शन में जमे रहे। एबीवीपी ने शैक्षणिक कैलेंडर को प्रतिबद्धता के साथ लागू करे, सत्र के प्रमाण पत्रों में आ रही गड़बड़ी को शीघ्र संशोधित करे, फाइनल ईयर क छात्रों को अपने बैकलॉग हेतु अतिरिक्त अवसर मिले, विविधता को ध्यान में रखते हुए छात्रावासों की सुविधा का सुचारू रूप से आवंटन, पुस्तकालय के समय को कटिबद्धता के साथ जारी रखने, प्रवेश वापस लेने वाले विद्यार्थियों की फीस वापस करने आदि मांगे प्रशासन के सामने रखा। एबीवीपी राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहाकि डीयू देश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में से एक है। यहां देश भर से विद्यार्थी पढऩे आते हैं, ऐसे में कोरोनाकाल के बाद शैक्षणिक परिवेश को दोबारा स्थापित करना बड़ी चुनौती है। जिसके लिए प्रशासन को प्रयास करने चाहिए। विद्यार्थियों के परिसर छात्रों के लिए है जब यहां शैक्षणिक वातावरण प्रशासन द्वारा खराब किया जायेगा, परिषद् उसका विरोध करती हुई और छात्रों के साथ खड़ी नजऱ आयेगी। परिषद यह कभी स्वीकार नहीं करेगी।
एबीवीपी दिल्ली प्रांत मंत्री व डूसू अध्यक्ष अक्षित दहिया ने कहा कि हमने छात्रहित को देखते हुए कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ सभी कॉलेजों में जोरदार प्रदर्शन कर छात्र की मांगों को प्रशासन के समक्ष रखा था। साथ ही समस्याओं के निराकरण की मांग भी की थी। कोरोना के बाद अनेक कॉलेजों में फीस की बढ़ोतरी तथा अन्य शैक्षणिक समस्याएं छात्रों के सामने आई है जिसको लेकर हमने प्रदर्शन किया था तथा प्रशासन को सचेत किया था। बावजूद इसके हमारी मांगों को प्रशासन ने गंभीरता से न लेते हुए नजरअंदाज किया। जिसके बाद आज अभाविप के कार्यकर्ताओं को सडक़ पर उतरना पड़ा।