नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नीरज बवाना गैंग के दो प्रमुख सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। दोनों राष्ट्रीय राजधानी और उसके आसपास दर्ज हत्या और मारपीट समेत कई आपराधिक मामलों में शामिल थे।
गिरफ्तार सदस्यों की पहचान मोहित (29) और नितिन (28) के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, मोहित सिंडिकेट के सबसे महत्वपूर्ण सदस्यों में से एक है और गैंग को हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति करता रहा है। वहीं, नितिन करीब एक साल से मारपीट के एक मामले में फरार था। उसे एक स्थानीय अदालत ने अपराधी घोषित कर दिया था।स्पेशल सेल के विशेष पुलिस आयुक्त एचजीएस धालीवाल ने कहा कि 2 अगस्त को पुलिस को सूचना मिली कि मोहित किसी वारदात को अंजाम देने के लिए शाम करीब 5 बजे द्वारका मेट्रो स्टेशन के पास आ रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस ने जाल बिछाकर मोहित को नितिन के साथ पकड़ लिया।
पूछताछ में पता चला कि मोहित पिछले साल रोहतक में मारे गए हिमांशु भाऊ का चचेरा भाई था। उसकी हत्या का बदला लेने के लिए हिमांशु और उसके साथियों ने हंसराज ठेकेदार की हत्या की। एचजीएस धालीवाल ने कहा कि मोहित ने हत्यारों को शरण दी थी और इसीलिए उसे अपराधियों को शरण देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। वह मैदान गढ़ी इलाके में मारपीट के एक मामले में भी शामिल था, जहां उसने नितिन समेत अपने साथियों के साथ मिलकर दीपक नाम के व्यक्ति को पीटा था। वह टेलीग्राम और स्नैपचैट के जरिए हिमांशु के संपर्क में था। उसने कई मौकों पर उसके निर्देश पर गैंग के सदस्यों को पैसे और हथियार मुहैया कराया था। 2 अगस्त को भी, वह गैंग के सदस्यों को अवैध हथियार व गोला-बारूद की आपूर्ति करने जा रहा था जब पुलिस ने उसे सह-आरोपी नितिन के साथ पकड़ लिया।