नोएडा न्यूज़: शहर में गर्मी बढ़ने के साथ ही लोगों को बिजली कटौती झेलनी पड़ रही है. भी बिजली उपकेंद्र और लाइनों में दिक्कत आने से शहर के 25 से अधिक आवासीय सेक्टरों में तीन से चार घंटे तक लोगों को बिजली कटौती झेलनी पड़ी है. उपभोक्ताओं का आरोप है कि शिकायत करने के बाद भी बिजली की समस्या का त्वरित समाधान नहीं हो रहा है. इससे उपभोक्ताओं का विद्युत निगम के प्रति रोष बढ़ता जा रहा है.
विद्युत निगम द्वारा नो-पावर कट अैर नो-ट्रिपिंग जोन घोषित होने के बाद गर्मी शुरू होने से पहले निर्बाध आपूर्ति का निगम अधिकारी दावा करते हैं. परंतु जैसे ही गर्मी ने दस्तक दी, बिजली कटौती भी बढ़ने लगी है. विद्युत निगम के अधिकारी भी जर्जर और कमजोर ढांचे पर काम नहीं होने की बात करते हुए निर्बाध सप्लाई देने में हाथ खड़े कर रहे हैं.
जानकारी के अनुसार एक बार फिर सेक्टर-129 स्थित 220 केवी के बिजली उपकेंद्र में दिक्कत आने से एक्सप्रेसवे के आसपास के सेक्टरों की सप्लाई बाधित रही. सबसे ज्यादा दिक्क्तें सेक्टर-100 और सेक्टर-99 के लोगों को झेलनी पड़ी है. इन दोनों सेक्टरों में चार से छह घंटे तक बिजली गुल रही.
सेक्टर-100 के सी ब्लॉक निवासी एडवोकेट कपिल अवाना ने बताया कि जब से गर्मी शुरू हुई है, तब से ऐसा कोई दिन नहीं, जिस दिन दो से तीन घंटे कटौती नहीं होती हो रही. भी सेक्टर के लोगों को चार से छह घंटे तक कटौती झेलनी पड़ी. जेई और एसडीओ फोन भी नहीं उठा रहे हैं. ऐसे में लोगों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है.
सेक्टर-100 के बिजली उपकेंद्र और लाइन में कुछ तकनीकी दिक्कत आने की वजह से परेशानी हुई है. उपभोक्ताओं की शिकायत पर तकनीकी दिक्कत को दूर कराके सप्लाई शुरू करा दी है. -नंदलाल, अधीक्षण अभियंता, विद्युत निगम
यहां भी अंधेरा बिजली कटौती की दिक्कत सेक्टर-45 छलेरा के लोगों को भी झेलनी पड़ी. छलेरा गांव के निवासी एसके सिंह ने बताया कि भी गांव में चार घंटे से अधिक समय तक कटौती रही.
सेक्टर-130 में बिजली आपूर्ति नहीं हो रही
सेक्टर-130 के पांच प्रतिशत आबादी भूखंडों में बिजली आपूर्ति के लिए दो महीने पहले लाइन खींच दी गई है. परंतु अभी तक लाइन में सप्लाई शुरू नहीं की गई. आरडब्ल्यूए के उपाध्यक्ष अशोक चौहान ने बताया कि नई सड़कों पर लगाए गए बिजली के नए खंभे और एबीसी केबल को लगे दो महीने हो गए हैं. परंतु अभी तक इस लाइन को मुख्य लाइन से नहीं जोड़ा गया है, जिसके कारण गर्मी के मौसम में लोगों को बिजली नहीं मिल पा रही है. बिना बिजली के ही लोग नए मकानों में आने से बच रहे हैं. ऐसे में जो लोग सेक्टर में रह रहे हैं, वह जुगाड़ से सप्लाई प्राप्त कर रहे हैं.
लोगों की जेब पर असर पड़ रहा
ग्रेटर नोएडा और ग्रेनो वेस्ट की कई सोसाइटी में रोजाना चार घंटे तक की कटौती हो रही है. बिजली कटने पर सोसाइटी में जनरेटर चलाए जाते हैं, जिससे विद्युत पावर सप्लाई करना महंगा पड़ रहा है. इसके एवज में बिल्डर 17 रुपये से 30 रुपये तक का शुल्क वसूलते हैं, जबकि सामान्य बिजली शुल्क सात रुपये प्रति यूनिट तक है. इसको लेकर सोसाइटी के लोग आए दिन विद्युत निगम में भी शिकायत करते हैं लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा है.
सॉफ्टवेयर अपडेट होने से परेशानी बढ़ी
पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम (पीवीवीएनएल) के ऑनलाइन बिलिंग प्रणाली के तकनीकी उच्चीकरण के लिए सॉफ्टवेयर को अपडेट कार्य किया जा रहा है. इसके चलते बिजली उपभोक्ताओं से जुड़े कामकाज नहीं हुआ. जानकारी के अभाव में उपभोक्ता बिजली उपकेंद्र पहुंचे और निराश होकर वापस लौटना पड़ा. इससे उपभोक्ताओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
उपभोक्ताओं को विद्युत निगम से जुड़ा कोई भी ऑनलाइन कामकाज सुबह तक नहीं होगा. पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के गौतमबुद्धनगर के ग्रामीण क्षेत्रों में ऑनलाइन बिलिंग प्रणाली का तकनीकी उच्चीकरण का काम किया जा रहा है. इस वजह से कई काम बंद हैं.
शहर के इन सेक्टरों में रही अधिक कटौती
इसी तरह शहर के 25 से अधिक आवासीय सेक्टरों के लोगों को कटौती झेलनी पड़ी. इसमें सेक्टर-11,12, 19, 20, 22, 27, 31, 33, 34, 39, 40, 41, 46, 48, 49, 51, 52, 55, 56, 61, 82, 99, 100 व सेक्टर-110 आदि सेक्टर के लोगों को बिजली कटौती झेलनी पड़ी.