शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए डिग्री कॉलेज और परिषदीय विद्यालयों में कई सुविधाएं मिलेंगी
एनसीआर नॉएडा न्यूज़: नए साल में जिले की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए कई सुविधाएं छात्रों को मिलेंगी. गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय (जीबीयू) में जनवरी से पीएचडी शुरू की जाएगी. शिक्षा के इन केंद्रों में नए कोर्स, लैब, कौशल विकास शिक्षा की सुविधाएं मिलेंगी. शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए कई अन्य सुविधाएं देने की तैयारी की जा रही है.
जिले की सबसे बड़े गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में नए वर्ष से बच्चों को कई नए पाठयक्रम की सौगात मिलने वाली है. संस्थान में जनवरी से पीएचडी डिप्लोमा पाठ्यक्रम में दाखिल 60 सीट पर शुरू होने है, जिसको लेकर प्रकिया पूरी की जा चुकी है. साथ ही दादरी स्थित मिहिर भोज पीजी कॉलेज में पढ़ाई कर रहे छात्रों को नए साल में तीन लैब की सुविधा मिलेगी, इसके साथ ही नैक की टीम भी दौरा करेगी, जिसके बाद कई पाठ्यक्रम शुरू होंगे. आठ परिषदीय विद्यालयों में विश्व स्तर की सुविधाएं देने का दावा किया गया है. स्कूलों में कंप्यूटर, विज्ञान, गणित की लैब बनाई जाएंगी. सभी स्मार्ट क्लास होंगे. मानकों के अनुसार छात्र-शिक्षक का औसत होगा. इसके लिए 160 में से 104 स्कूलों का चयन पहले चरण के लिए किया गया है.
प्रदेश और केंद्र सरकार की टीम के निरीक्षण के बाद आठ स्कूल चुने जाएंगे. प्रदेश सरकार की योजना के तहत भी बिसरख, दादरी और जेवर में छह स्कूलों को बेहतरीन स्कूल बनाया जाएगा. इन स्कूलों में भी सभी सुविधाएं मिलेंगी. डिग्री कॉलेजों में कौशल विकास शिक्षा पर जोर रहेगा.
पीएचडी की 60 सीट पर दाखिले होंगे: जीबीयू के कुलपति प्रोफेसर डॉ.रविन्द्र सिन्हा ने बताया कि संस्थान में पीएचडी के इच्छुक लोगों के लिए जनवरी माह से एक डिप्लोमा कोर्स शुरू करने जा रहे हैं. पीएचडी डिप्लोमा कोर्स में करीब 60 सीट पर जनवरी के दूसरे या तीन सप्ताह से दाखिल शुरू हो जाएंगे, इसके साथ ही हमारा प्रयास है की फरवरी से इसकी पढ़ाई शुरू करा दी जाए.
सातवें वेतन आयोग को आवश्यक कदम उठाए: डॉ.रविन्द्र सिन्हा ने बताया कि विश्वविद्यालय में शिक्षकों के हित को ध्यान में रखते हुए 7वें वेतन आयोग की सिफारिशें एवं रिसर्च/ फैकल्टी एसोसिएट्स का पदनाम बदलकर असिस्टेंट प्रोफेसर को लेकर हल निकाला है. प्रशासन द्वारा आयोग को लागू करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं. इसकी शुरुआत हो चुकी है. नए वर्ष इसको अमल लाया जाएगा.
जीबीयू में बढ़ाई जाएंगी बुद्ध स्टडीज की सीट: नोएडा और ग्रेटर नोएडा की सबसे सरकारी संस्थान में गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय का नाम आता है, इसमें 100 से अधिक पाठ्यक्रम में 3300 सीट पर पढ़ाई चल रही है. इस बार 2800 से अधिक छात्र-छात्राओं ने नई सत्र में दाखिले लिए है. सरकारी विश्वविद्यालय होने के नाते देश के साथ ही विदेशी छात्र-छात्राओं के लिए ये संस्थान पहली पसंद बनती जा रही है.