जिलाध्यक्ष के भाई समेत तीन पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज, जानिए पूरी खबर

Update: 2022-06-28 11:17 GMT

गुरुग्राम क्राइम न्यूज़: गुरुग्राम के जननायक जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष ऋषि राज राणा के भाई समेत तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी करने व रंगदारी मांगने की धाराओं के तहत सेक्टर-9ए थाना पुलिस ने केस दर्ज किया है। पुलिस ने यह केस अदालत के आदेश पर दर्ज किया है। सेक्टर-4 निवासी वरिष्ठ नागरिक ओम प्रकाश ने बताया कि उसने साल 2014 में सेक्टर-4 में खौती लाल से 500 वर्ग गज का एक प्लॉट खरीदा था। रजिस्ट्री न कराने पर उसने अदालत में केस दायर कर अपने नाम साल 2019 में डिक्री करा ली थी। उन्होंने जनवरी 2019 में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण में प्लॉट का री अलॉटमेंट लेटर जारी करने के लिए आवेदन किया। इसके बाद जून 2019 में दिल्ली निवासी बलबीर खुल्लर, देवेन खुल्लर व जजपा जिलाध्यक्ष ऋषि राज राणा का भाई राम अवतार राणा ने उनसे 1 करोड़ 85 लाख रुपए में इस प्लॉट को खरीदने के लिए एग्रीमेंट किया और 40 लाख रुपए बयाना दे दिया। अदालत में अपील पेंडिंग होने के कारण रजिस्ट्री में देर होने लगी। इस पर वह तीनों ओम प्रकाश से अपना रुपया वापस मांगने लगे।

आरोप है कि उन्होंने अपनी पुलिस प्रशासन व सरकार में अपनी पावर का गलत इस्तेमाल करते हुए ओम प्रकाश व उसके दोनों बेटों अश्विनी व सुनील के खिलाफ सेक्टर-9ए थाने में धोखाधड़ी का झूठा केस दर्ज करा दिया। आरोप है कि 15 दिसंबर 2021 को राजीनामा करने के नाम पर तीनों ने ओम प्रकाश से 60 लाख रुपए की मांग की। सामाजिक तौर पर 45 लाख रुपए में फैसला हुआ जिसके लिए उन्होंने डीडी व पोस्ट डेटेड चेक दे दिए। आरोप है कि जब इन चेक और डीडी की उन्होंने रिसीविंग मांगी तो आरोपियों ने यह कहकर देने से मना कर दिया कि कॉम्प्रोमाइज डीड बनवाने की बात कही। इसके बाद से वह लगातार उन्हें चक्कर कटाने लगे। आरोप है कि उनके पास 30 लाख रुपए पहुंच गए और शर्त के मुताबिक, 15 लाख रुपए एक महीने बाद दिए जाने थे। यह 30 लाख रुपए लेने के बाद भी वह उन्हें रिसीविंग नहीं दे रहे और न ही कॉम्प्रोमाइज डीड बनवा रहे हैं। कई बार कहने के बाद अब आरोपी अपनी राजनीतिक पावर के दम पर उनसे 60 लाख रुपए देने की मांग कर रहे हैं। अब आरोपियों ने उनके फोन उठाने बंद कर दिए। इस पर उन्होंने अदालत में याचिका दायर की। अदालत के आदेश पर सेक्टर-9ए थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

इस मामले में जब जजपा जिला अध्यक्ष ऋषिराज राणा के भाई राम अवतार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्होंने इस प्लॉट का सौदा किया था, लेकिन ओम प्रकाश पर हुडा द्वारा केस किया गया है, जिसके कारण इसका रिकॉर्ड हुडा विभाग में ओम प्रकाश के नाम पर नहीं है। उन्होंने कहा कि ओम प्रकाश द्वारा दिए गए डीडी को अब तक अकाउंट में नहीं लगाया गया है। वह इस समझौते की एवज में यह लिखवाना चाहते हैं कि उन पर हुडा विभाग द्वारा कोई केस में किया गया ताकि वह किसी अन्य व्यक्ति को भी अपने झांसे में लेकर इस प्लॉट को बेच सकें।

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