12 साल की उम्र में हम जीवन के सुख-दुख से अपरिचित होते हैं. हमरा ध्यान खेल-कूद, पढ़ाई-लिखाई में लगा रहता है. हम जिंदगी की जिम्मेदारियों के इतने करीब नहीं होते. लेकिन इस कहानी में एक 12 साल की बच्ची ने वो सब देख लिया जो कोई कभी नहीं देखना चाहता. ये बात 1994 की है जब दो सगे भाइयों ने मिलकर एक 12 साल की मासूम बच्ची के साथ हैवानियत की. एक बार नहीं बार-बार.
जबरन घर में घुस आते थे दरिंदे
बात उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की है. बच्ची कुछ दिन रहने के लिए अपनी दीदी के घर आती है. जैसे ही उसकी दीदी और बहनोई नौकरी के लिए घर से बाहर निकलते तभी दो सगे भाई जबरन बच्ची के घर में घुसकर उससे रेप करते थे. बेबस बच्ची चीख पुकार के अलावा कुछ ना कर पाती थी और आंसुओं से ही अपनी दर्द की कहानी लिख दिया करती थी.
परिवार ने भी नहीं दिया साथ
दीदी और बहनोई को जान से मारने की धमकी देते आरोपियों के सामने 12 साल की बच्ची कमज़ोर पड़ गई. बार-बार रेप होता रहा, हालात ये हुए कि वो 12 साल की बच्ची प्रेगनेंट हो गई. घरवालों के सामने जब बच्ची ने अपना दर्द सुनाया तो घरवालों ने उलटा बच्ची को शांत रहकर बात दबा देने के लिए कहा. कुछ समय बाद बच्ची के बच्चा हुआ, जिसे घरवालों ने रिश्तेदारों को सौंप लड़की को सब भूल जाने को कहा. कुछ साल बीत जाने के बाद साल 2000 में घरवालों ने उसकी शादी करवा दी.
पति ने भी बीच मझदार में छोड़ दिया हाथ
उस लड़की की कहानी में दुखों का सैलाब अभी थमा नहीं था. जब पति को इतिहास का पता चला तो उसने भी लड़की को बीच मझधार में छोड़ दिया. हर बार की तरह एक बार फिर लड़की दुनिया में अकेली पड़ गई. फिर से उसका दर्द सुनने वाला कोई न बचा था. जिंदगी का चक्र फिर उसे वो सब दिखा रहा था जिसे वो भूलना चाह रही थी.
28 साल बाद लौटा बेटा, अब बदले की बारी !
साल 1994 से अपनी मां से दूर, इस कहानी से बेखबर बच्चा अपनी जिंदगी जी रहा था. लेकिन अब हकीकत उसके सामने आ चुकी है. 28 साल पहले अपनी मां से हुई दरिंदगी का बदला लेने के लिए बेटे ने 4 मार्च 2022 को दोनों आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज करवा दी. लेकिन अदालत सबूतों पर चलती है. उनके काले गुनाहों को साबित करना बेटे के लिए सबसे बड़ी चुनौती थी. लेकिन जब इरादे मजबूत हों तो हल निकल ही आता है.
DNA रिपोर्ट ने सुलझाई गुत्थी
अदालत ने मामले के निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए दोनों आरोपी भाइयों का DNA टेस्ट करवाया. वो कहते हैं ना कि इंसान झूठ बोलता है, विज्ञान नहीं. दोनों भाइयों में से बड़े भाई नकी हसन का DNA महिला के बेटे से मैच हो गया और बेपरदा हो गए कई राज़. मामले में पुलिस ने छोटे भाई रजी हसन को तो गिरफ्तार कर लिया है लेकिन रेप का दूसरा आरोपी नकी हसन अभी भी फरार है जिसकी तलाश में पुलिस जुटी है.
ये कहानी हम पढ़ लेंगे, थोड़ी देर सोचने पर मजबूर भी हो जाएंगे लेकिन सवाल ये है कि हमनें अपने आस पास ये कैसा समाज बनाया है? किसी की दर्द भरी कहानी सुन लेते हैं, उसपर आंसू बहा लेते हैं लेकिन उसे अपनाने की हिम्मत नहीं कर पाते. अपने घरवाले, पति, बच्चे भी कई बार हमारी तकलीफ से जान कर भी अंजान हो जाते हैं और साथ देने वाला कोई नहीं बचता.