दिल्ली में अगले दो दिन होगी बारिश, पलूशन पर नहीं पड़ेगा ज्यादा असर

Update: 2022-11-09 07:33 GMT

दिल्ली न्यूज़: दिल्ली-एनसीआर में पलूशन की मार झेल रहे लोगों को शायद राहत मिल सकती है। दिल्ली में अनुमान जताया गया है कि 9 और 10 नवंबर को हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। मंगलवार को पंजाब और हरियाणा के कुछ इलाकों में भी बारिश हुई थी। हालांकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि 9 और 10 नवंबर की बारिश प्रदूषण पर कोई खास प्रभाव नहीं डाल पाएगी। इसलिए राहत की उम्मीद कम ही की जाए तो बेहतर होगा। बहरहाल बादलों के छाने की वजह से मंगलवार को अधिकतम तापमान में जरूरत बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। वहीं प्रदूषण को लेकर भी खबर अच्छी नहीं है। मंगलवार को कई पाबंदियों के हटने के बाद एक बार फिर प्रदूषण का स्तर गंभीर स्थिति के करीब पहुंचता दिखाई दिया। राजधानी के कुछ इलाके गंभीर स्थिति में पहुंच भी गए हैं। अब बुधवार से प्रदूषण के और बढ़ने की आशंका है, लेकिन यह बेहद खराब स्थिति में ही रहेगा।

आज दिल्ली-एनसीआर का AQI क्या कह रहा है: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर आज थोड़ा बेहतर है। सीपीसीबी के डेटा के अनुसार, दिल्ली के आनंद विहार में AQI 322 दर्ज किया गया। वहीं एनसीआर की बात करें तो नोएडा में AQI 250 के नीचे 209 दर्ज किया गया। गाजियाबाद में 288, फरीदाबाद सेक्टर 16 में 377 और गुरुग्राम में 301 नोट किया गया है।

अगले दो दिन बारिश की चेतावनी: राजधानी दिल्ली में 9 और 10 नवंबर को बूंदाबांदी हो सकती है। एक्सपर्ट के अनुसार, इस बारिश का प्रदूषण पर असर नहीं पड़ेगा। इसलिए राहत की उम्मीद करना बेमानी है। बुधवार को आंशिक तौर पर बादल छाए रहेंगे। कुछ जगहों पर बूंदाबांदी हो सकती है। अधिकतम तापमान 30 डिग्री और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री रहा। 9 व 10 नवंबर को भी कुछ जगहों पर बूंदाबांदी की संभावना है। बादल व बारिश की वजह से अधिकतम तापमान में गिरावट आई है। अगले छह से सात दिनों तक अधिकतम तापमान अब 29 से 30 डिग्री के आसपास बने रहेगा। वहीं न्यूनतम तापमान में 12 नवंबर से कमी आनी शुरू होगी। 13 नवंबर को यह 14 डिग्री के आसपास सिमट सकता है।

स्काईमेट के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टरबेंस अक्टूबर से नवंबर में आते रहते हैं। यह फरवरी तक जारी रहता है। दिसंबर और जनवरी में वेस्टर्न डिस्टरबेंस कुछ अधिक तीव्र आते हैं। इस समय एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस पश्चिमी हिमालय से गुजर रहा है और इसने हरियाणा और आसपास के क्षेत्रों में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनाया है। इसकी वजह से मंगलवार को राजस्थान के उत्तरी हिस्सों में बारिश हुई है। अब पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान और दिल्ली के कुछ हिस्सों में एक दो स्थानों पर बूंदाबांदी की संभावना है। बारिश की तीव्रता हल्की रहेगी। ऐसे में इस बारिश से राजधानी को प्रदूषण से राहत मिलेगी, ऐसी उम्मीद करना बेमानी है। प्रदूषकों को धोने के लिए मध्यम और निरंतर बारिश की जरूरत होती है। इसकी उम्मीद फिलहाल नहीं है।

प्रदूषण से जल्द राहत नहीं है: मंगलवार को कई पाबंदियों के हटने के बाद एक बार फिर प्रदूषण का स्तर गंभीर स्थिति के करीब पहुंचता दिखाई दिया। राजधानी के कुछ इलाके गंभीर स्थिति में पहुंच भी गए हैं। अब बुधवार से प्रदूषण के और बढ़ने की आशंका है, लेकिन यह बेहद खराब स्थिति में ही रहेगा। 3 और 4 नवंबर को प्रदूषण की हेल्थ इमरजेंसी रही थी। इस बीच 3 नवंबर को कई पाबंदियां सीएक्यूएम की तरफ से लगाई गईं। इनमें से ग्रैप-4 की पाबंदियों को सोमवार से हटा लिया गया है। बुधवार को राजधानी में प्राइमरी स्कूल भी खुल जाएंगे। ऐसे में प्रदूषण के बढ़ने से राजधानी की चिंताएं एक बार फिर बढ़ने लगी हैं।

गौर करने लायक बात यह है कि इस बार राजधानी में बढ़ते प्रदूषण की वजह अब तक पराली का धुआं नहीं है। सफर के अनुसार पराली का प्रदूषण मंगलवार को महज 9 प्रतिशत रहा। वहीं, पराली के मामले भी मंगलवार को कम रहे।

आगे कैसा रहेगा मौसम: आईआईटीएम पुणे के अनुसार बुधवार और गुरुवार को प्रदूषण थोड़ा बढ़ेगा, लेकिन यह बेहद खराब स्थिति में ही रहेगा। 11 नवंबर को इसमें थोड़ा सुधार हो सकता है। इसके बावजूद यह बेहद खराब ही रहेगा। इसके बाद अगले 6 दिनों तक प्रदूषण बेहद खराब स्तर पर ही रहेगा। मंगलवार को पूर्वी दिशा से 4 से 6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। 9 नवंबर को इनकी दिशा उत्तर पूर्वी हो सकती है। वहीं, सफर के अनुसार प्रदूषण का स्तर लगातार बेहद खराब बना हुआ है। जमीनी सतह पर हवाओं की गति सुबह शाम काफी कम रहती है। दोपहर में यह थोड़ा बहुत बढ़ती है। अगले दो दिन 9 और 10 नवंबर को भी प्रदूषण का स्तर बेहद खराब ही बना रहेगा।

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