नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा के 3 दिवसीय शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है। उपराज्यपाल वीके सक्सेना और आम आदमी पार्टी सरकार के बीच टकराव पर मंगलवार को भी हंगामे के आसार हैं। सोमवार को पहला दिन हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्ष ही नहीं, बल्कि सत्ता पक्ष के विधायक भी इसमें पीछे नहीं रहे। हंगामे के चलते पहले तो सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। उसके बाद भी जब माहौल शांत नहीं हुआ, तो स्पीकर ने दिनभर के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी। पहले दिन 40-45 मिनट से ज्यादा सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से नहीं चल पाई।
कैग की 3 रिपोर्ट्स पेश करने में देरी पर LG ने जताई चिंता: उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने सीएजी की तीन महत्वपूर्ण रिपोर्ट्स को विधानसभा में पेश करने में दिल्ली सरकार की तरफ से की जा रही देरी पर चिंता जताई है। इस संबंध में सीएजी की तरफ से दिल्ली सरकार को भेजे गए एक रिमाइंडर का हवाला देते हुए एलजी ने दिल्ली सरकार को जल्द से जल्द ये रिपोर्ट्स पेश करने की सलाह दी है।
LG ऑफिस में धरना देना चाहते थे CM: BJP
मुख्यमंत्री की अगुवाई में आप विधायकों के एलजी के खिलाफ विरोध मार्च निकालने पर बीजेपी ने निशाना साधा। दिल्ली बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि कुछ साल पहले मुख्यमंत्री, डिप्टी सीएम और आम आदमी पार्टी के नेता एलजी ऑफिस में ही धरने पर बैठ गए थे। इस बार भी उनका मकसद यही था, इसलिए मुख्यमंत्री की अगुवाई में विरोध मार्च करते हुए आप विधायक एलजी ऑफिस की ओर गए। सचदेवा ने कहा कि इस तरह के विरोध प्रदर्शन में मुख्यमंत्री का सड़कों पर उतर जाना शोभा नहीं देता। उन्होंने आरोप लगाया कि सोमवार को विधानसभा सत्र का पहला दिन था, जहां मुख्यमंत्री को अपने विधायकों को विधानसभा में हंगामे के लिए उकसाते हुए देखा गया।