फिर ले उड़े नोटों से भरा बैग,पहले कार को किया पंक्चर, बोनट पर डाला केमिकल
बदमाशों ने रिंग रोड पर पहले उनकी कार को पंक्चर किया। बाद में उनके बोनट पर कोई केमिकल डाल दिया। इससे कार के अंदर धुंआ पहुंचा तो कारोबारी व चालक बाहर आ गए। दोनों कार का बोनट खोलकर उसकी जांच करने लगे। इसी दौरान बदमाशों ने पिछली सीट पर रखा कारोबारी का बैग उड़ा लिया।
यदि ट्रैफिक में चलने के दौरान अचानक आपकी कार में पंक्चर हो जाएं तो जरा सावधान हो जाएं। तुरंत कार में मौजूद अपने कीमती सामान की हिफाजत करें। उत्तरी दिल्ली के तिमारपुर इलाके में गाजियाबाद के कारोबारी के साथ ऐसा ही हुआ। बदमाशों ने रिंग रोड पर पहले उनकी कार को पंक्चर किया। बाद में उनके बोनट पर कोई केमिकल डाल दिया। इससे कार के अंदर धुंआ पहुंचा तो कारोबारी व उनका चालक तुरंत बाहर आ गए। दोनों कार का बोनट खोलकर उसकी जांच करने लगे। इसी दौरान बदमाशों ने पिछली सीट पर रखा कारोबारी का बैग उड़ा लिया।
बैग में 7.40 लाख, एक महंगा लैपटॉप और कुछ जरूरी कागजात थे। पुलिस ने 24 घंटे के भीतर इस वारदात को सुलझाते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनकी पहचान मदनगीर निवासी पवन उर्फ चिट्टी (24) ओर सागर (19) के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के पास से सात लाख कैश, पीड़ित का लैपटॉप और वारदात में इस्तेमाल स्कूटी बरामद की है। पुलिस इनके दो अन्य फरार साथी रमेश और अविनाश की तलाश कर रही है।
उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त सागर सिंह कलसी ने बताया कि मंगलवार को वैशाली, गाजियाबाद निवासी सौरभ गुप्ता अपनी कार से किसी काम से रिंग रोड से होते हुए मजनू का टीला की ओर जा रहे थे। कार उनका चालक चला रहा था। सुबह करीब 11.40 बजे अचानक उनकी कार के पिछले पहिये में पंक्चर हो गया। कुछ दूर जाकर सौरभ ने एक पेट्रोल पंप पर कार रोक दी और पंक्चर लगवाने लगे। जैसे ही वह पंक्चर लगवाकर चले तो अचानक उनकी कार से धुंआ निकलने लगा। एसी से होता धुंआ अंदर आ गया। आग लगने की आशंका से चालक और सौरभ दोनों कार से बाहर निकल गए।
100 सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल करने पर हुआ खुलासा
कार का बोनट खोलकर दोनों देखने लगे। कार के बोनट के नीचे की ओर कुछ केमिकल गिरा था। दोनों जांच करने के बाद वापस कार में आए तो उनकी सीट पर रखा बैग गायब था। बैग में लैपटॉप के अलावा उनका कैश भी रखा था। मामले की सूचना मिलते ही तिमारपुर थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। लोकल पुलिस के अलावा जिले के स्पेशल स्टाफ ने भी मामले की जांच शुरू की। पुलिस की टीम ने घटना स्थल के आसपास लगे करीब 100 सीसीटीवी कैमरों की पड़ताल की। जांच के बाद पता चला कि वारदात को ठकठक गिरोह ने अंजाम दिया है।
छानबीन के दौरान हवलदार रविंदर को सूचना मिली कि वारदात को अंजाम देने वाले गैंग के दो बदमाश नीली छतरी वाला मंदिर, यमुना बाजार आने वाले हैं। सूचना के बाद पुलिस ने बुधवार को वहां ट्रैप लगा दिया। इसके बाद पवन और सागर को दबोच लिया गया। इनके पास से सात लाख कैश और लैपटॉप बरामद हो गया।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वह कैश बांटने के लिए वहां आए थे। कुछ ही देर बाद उनके दो अन्य साथी रमेश और अविनाश भी आने वाले थे। पुलिस अब उन दोनों की तलाश कर रही है। आरोपियों ने बताया कि बैग में उनको 7.10 लाख रुपये ही मिले थे। दस हजार रुपये इन लोगों ने मौजमस्ती में उड़ा दिए। पुलिस दोनों से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।