बदमाशों ने बॉलीवुड फिल्म 'स्पेशल 26' की तर्ज पर खुद को मुंबई पुलिस से बताकर वारदात को अंजाम दिया। छापामारी के बहाने बदमाश कंपनी के कर्मचारी को बंधक बनाकर लाखों रुपये, मोबाइल, लैपटॉप और अन्य सामान लूटकर फरार हो गए।
दिल्ली के सुभाष प्लेस इलाके में एक निलंबित कनिष्ठ अभियंता (जेई) ने बदमाशों का गैंग बनाकर अपने एक परिचित की वेलनेस कंपनी में डकैती को अंजाम दिया। बदमाशों ने बॉलीवुड फिल्म 'स्पेशल 26' की तर्ज पर खुद को मुंबई पुलिस से बताकर वारदात को अंजाम दिया। छापामारी के बहाने बदमाश कंपनी के कर्मचारी को बंधक बनाकर लाखों रुपये, मोबाइल, लैपटॉप और अन्य सामान लूटकर फरार हो गए। मामले की छानबीन के दौरान सीसीटीवी कैमरे की मदद से कनिष्ठ अभियंता की पहचान कर पुलिस ने सात बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार बदमाशों में दो महिलाएं भी शामिल हैं। बदमाशों के कब्जे से पुलिस ने लाखों रुपये, 25 मोबाइल व अन्य सामान बरामद कर लिए। मुख्य आरोपी कनिष्ठ अभियंता जालसाजी के एक मामले में जेल जा चुका है और जेल में ईरानी गैंग के बदमाश से दोस्ती कर गैंग बनाया। पुलिस फरार एक बदमाश की तलाश कर रही है।
पुलिस को बदमाशों के पास से मिला ये सब
गिरफ्तार बदमाशों की पहचान स्वरूप नगर निवासी प्रशांत कुमार पाटिल, नूंह निवासी जाहिद, विजय विहार निवासी ज्योति, रोहिणी निवासी नेहा कश्यप, विदिशा मध्य प्रदेश निवासी इमरान, फैजल और मेवात निवासी संजय मनोचा के रूप में हुई है। बदमाशों के कब्जे से पुलिस ने 4.5 लाख रुपये, बैंक खाते में जमा दो लाख रुपये, 10 लूटे गए मोबाइल फोन सहित 25 मोबाइल फोन, सिम कार्ड, मुंबई पुलिस के फर्जी पहचान पत्र और एटीएम कार्ड बरामद किए हैं।
उत्तर पश्चिम जिला पुलिस उपायुक्त उषा रंगनानी ने बताया कि सुभाष प्लेस इलाके में वेलनेस कंपनी चलाने वाले विजय यादव ने 10 अगस्त को थाने पहुंचकर लूटपाट की शिकायत की। उन्होंने बताया कि वह अपने कर्मचारियों के साथ कार्यालय में मौजूद थे। दोपहर 12.30 बजे एक महिला समेत चार बदमाश कार्यालय में घुस गए और सभी कर्मचारियों के साथ मारपीट करने लगे। खुद को मुंबई पुलिसकर्मी और छापामारी की बात कहकर उन्हें पिस्टल के बल पर बंधक बना लिया और 20 लाख रुपये की मांग की। मालिक को गोली मारने की धमकी देकर पत्नी को फोन कर रुपये मंगवाने के लिए कहा। घर में रखे पांच लाख रुपये के अलावा कार्यालय में रखे 75 हजार रुपये और मौजूद कर्मचारियों के 45 हजार रुपये, 10 मोबाइल फोन, लैपटॉप लूटने के बाद बदमाश कमरे को बाहर से बंद कर फरार हो गए।
पुलिस ने डकैती का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। स्पेशल स्टाफ के निरीक्षक अमित कुमार, सुभाष प्लेस थाना प्रभारी राजेश झा सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला। जिसमें पता चला कि चार बदमाश कार्यालय में घुसे थे जबकि अन्य चार बाहर मौजूद थे। पुलिस सभी बदमाशों की पहचान में जुट गई। कुछ देर बाद बाहर मौजूद प्रशांत कुमार पाटिल की पहचान कर ली गई। पुलिस ने स्वरूप नगर से उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में प्रशांत ने बताया कि आठ बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस ने उसके निशानदेही पर ज्योति और नेहा को रोहिणी इलाके से गिरफ्तार कर लिया। जबकि अन्य चार बदमाशों को नूंह और मध्य प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया। फरार एक बदमाश की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
भोपाल जेल में रची गई डकैती की साजिश
जांच में पता चला कि प्रशांत कुमार केंद्र सरकार में कनिष्ठ अभियंता के पद पर कार्यरत था। फिलहाल वह निलंबित है। जनवरी 2022 में भोपाल पुलिस ने प्रशांत को लोगों को लोन दिलाने का झांसा देकर ठगी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। वह सुभाष प्लेस इलाके में फर्जी कॉल सेंटर चलाता था। जेल में उसकी मुलाकात ईरानी गैंग के बदमाश माजिद से हुई।
आरोपियों में नेहा कंप्यूटर की है अच्छी जानकार
ईरानी गैंग पुलिसकर्मी बनकर लोगों से ठगी करते हैं। दोनों ने जेल में इस तरीके को अपनाकर लूटपाट करने की साजिश रची। मार्च में प्रशांत जेल से रिहा हो गया। उसके बाद वह माजिद के साथ मिलकर गैंग बनाया। नेहा को कंप्यूटर की अच्छी जानकारी है। नेहा ने मुंबई पुलिस का पहचान पत्र और वारंट के कागजात तैयार किए। आरोपी जाहिद उर्फ गुरुजी एक आध्यात्मिक गुरु हैं और वह ताबीज बनाने का काम करता है। पटेल नगर के बाबा फरीद नगर में आरोपी जाहिद के यहां प्रशांत आता जाता था।
जेल से छूटने के बाद उसने जाहिद, माजिद और उसके दो साथियों विदिशा के फैसल और इमरान, उसकी दो दोस्त ज्योति और नेहा के साथ साजिश रची। संजय जाहिद का दोस्त है। जाहिद ने संजय से लाखों रुपये उधार ले रखा है। जाहिद ने उसे पैसे लेने के लिए बुलाया और वारदात में शामिल कर लिया। बदमाशों ने शिकायतकर्ता से उनका एटीएम और पिन नंबर भी ले लिए थे। बाद में उसके खाते से एक लाख रुपये भी निकाल लिए गए।