सफाईकर्मी एक सप्ताह से कर रहा था मासूम से दुष्कर्म

Update: 2023-08-04 09:22 GMT

दक्षिण दिल्ली के हौज खास स्थित द पिनेकल स्कूल में नर्सरी की छात्रा के साथ सफाईकर्मी द्वारा दुष्कर्म करने की वारदात सामने आई है। आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर के शिवम एन्क्लेव हैबातपुर के अर्जुन कुमार के रूप में हुई है। पुलिस ने मामले की जानकारी मिलने पर संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी को कोर्ट के समक्ष पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। जांच में सामने आया है कि स्कूल में तैनात सफाईकर्मी करीब एक सप्ताह से बच्ची के साथ दुष्कर्म कर रहा था।

बच्ची के बयान के अनुसार, बच्ची जब भी शौचालय में जाती थी तो सफाईकर्मी उन्हें देखता रहता था और दुष्कर्म करता था। बच्ची के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर पुलिस ने आरोपित अर्जुन कुमार को गिरफ्तार कर लिया है और कोर्ट के समक्ष पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पीड़िता के पिता केंद्रीय मंत्रालय में कार्यरत हैं और परिवार सहित अंबेडकर नगर इलाके में रहते हैं। बच्ची ने रविवार की शाम को अपनी मां से टिफिन में भोजन कम देने को कहा। मां ने इसका कारण पूछा तो पीड़िता बच्ची ने बताया कि अधिक भोजन करने पर पेट में दर्द होगा और शौचालय जाने पर कोई देख लेगा।

मां ने जब जोर देकर पूछा कि कौन देख लेगा तो बच्ची ने बताया कि स्कूल में शौचालय जाते समय सफाई वाले अंकल देखते हैं और बैड टच करते हैं। पीड़िता ने पुलिस को स्कूल में जगह दिखाई और आरोपित की पहचान भी की। इसके बाद मंगलवार को महिला आयोग की काउंसलर के सामने बच्ची और उसकी मां के बयान दर्ज किए गये। जांच में सामने आया है कि आरोपित सफाईकर्मी करीब एक हफ्ते से बच्ची का यौन शोषण कर रहा था।

पुलिस उपायुक्त चंदन चौधरी ने बताया कि एक अगस्त को करीब 11.46 बजे हौज खास थाने में पंचशील एन्क्लेव इलाके में चिराग दिल्ली फ्लाईओवर के पास स्थित स्कूल में बाल उत्पीड़न की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस को साढ़े तीन वर्षीय पीड़िता बच्ची अपनी चाची के साथ मिली। बच्ची ने पुलिस को एक पुरुष शौचालय में काम करने वाले सफाईकर्मी अर्जुन द्वारा दुष्कर्म किए जाने की बात कही है।

स्कूल की लापरवाही आई सामने

इस मामले में स्कूल की लापरवाही भी सामने आई है। बता दें कि शिक्षा विभाग के सर्कुलर के अनुसार छोटे बच्चों को अकेले शौचालय में नहीं भेजना होता है। साथ ही अगर बच्चे को लौटने में दो तीन मिनट की देरी होती है तो शिक्षक को जाकर पता करना होता है कि बच्चा कहां रह गया। लेकिन इस मामले में इन नियमों का पालन नहीं किया गया जिसकी वजह से तीन वर्षीय बच्ची के साथ वारदात सामने आई है। इस संबंध में स्कूल प्रबंधन को कॉल कर पक्ष मांगा गया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

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