रेलवे ने 2017 से 2022 के बीच इतना पैसा किया है खर्च

Update: 2023-06-05 18:31 GMT

ओडिशा में हुए हादसे के बाद से कई तरह के सवाल रेलवे प्रशासन और रेल मंत्रालय पर उठने लगा है। ऐसे में विपक्ष के नेताओं के द्वारा लगातार अश्वनी वैष्णव के इस्तीफे की मांग की जा रही है। वहीँ अब रेलवे पर पिछले 5 साल में हुए खर्च को लेकर भी सवाल उठने लगा है। मिली जानकारी के मुताबिक रेलवे ने साल 2017-18 और 2021-22 के बीच सुरक्षा उपायों के लिए बताया जा रहा है कि एक लाख करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए। इसमें सबसे ज्यादा पैसा पटरी के मरम्मत पर खर्च हुई है।

रेलवे जल्द देगा जवाब

सूत्रों के हवाले से ये जानकारी मिल रही है कि रेलवे जल्द ही भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट का जवाब देगा। मल्लिकार्जुन खरगे के द्वारा पीएम मोदी के नाम एक पत्र भी लिखा गया है। इस पत्र को उन्होंने पीएम मोदी के पास में भेजा है। इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष ने इसमें लिखा है कि 'ओडिशा के बालासोर में हुई भारतीय इतिहास की भयावह रेल दुर्घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है... रेल लोगों के लिए परिवहन का सबसे भरोसेमंद और सस्ता साधन है। ' इस दौरान खड़गे ने आरोप लगाते हुए लिखा कि पिछले कुछ समय से केंद्र सरकार ने रेलवे को लेकर कुछ ऐसे फैसले लिए जिसकी वजह ये यात्रा असुरक्षित हो गई है।

एक लाख करोड़ रुपये से अधिक खर्च

दस्तावेज के आंकड़ों से पता चलता है कि 2017-18 से 2021-22 तक, रेलवे ने राष्ट्रीय रेल सुरक्षा कोष (आरआरएसके) कार्यों पर एक लाख करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए। फरवरी 2022 में, सरकार ने 2022-23 से आरआरएसके की वैधता को और पांच साल के लिए बढ़ा दिया।

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