पांच कोर्सेज में एडमिशन लेने की अंतिम तिथि 15 दिसंबर कल से शुरू होगी दाखिला लेने की ऑनलाइन प्रक्रिया,

एसओएल को डिस्टेंस एजुकेशन बोर्ड से दाखिला शुरू करने की मंजूरी मिल गई है। इस बार छात्र ऑनलाइन फॉर्म में नॉर्थ, ईस्ट, वेस्ट, साउथ सेंटर का चयन कर सकेंगे। इसके अलावा कोविड-19 के कारण इस बार बिना लेट फीस के छात्र दाखिला ले सकेंगे।

Update: 2021-10-21 17:44 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेसक | दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग में दाखिला लेने के इच्छुक विद्यार्थियों का इंतजार खत्म हो गया है। एसओएल के पांच स्नातक कोर्सेज में दाखिले के लिए शुक्रवार सुबह 10 बजे से ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। दाखिले के इच्छुक विद्यार्थी 15 दिसंबर तक दाखिला ले सकते हैं। कोविड-19 के कारण इस बार भी बिना लेट फीस के साथ दाखिला लिया जा सकता है। इस बार दाखिले के समय छात्र नॉर्थ, ईस्ट, वेस्ट व साउथ सेंटर का चयन कर सकेंगे। 

एसओएल के विशेष कार्य अधिकारी डॉ. यूएस. पांडेय ने बताया कि डिस्टेंस एजुकेशन बोर्ड (डीईबी) से दाखिला प्रक्रिया शुरू करने की मंजूरी मिलने के बाद शुक्रवार (22 अक्तूबर) से दाखिला प्रक्रिया शुरू की जा रही है। बीते साल की तरह ही दाखिला प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है। छात्रों को फीस का भुगतान भी ऑनलाइन ही करना है। 

छात्रों के लिए राहत की बात यह है कि इस बार भी छात्रों को लेट फीस के साथ दाखिला नहीं लेना पड़ेगा। कोविड-19 के कारण प्रशासन ने बिना लेट फीस के ही दाखिला देने का फैसला किया है। 2019 तक करीब दो माह बिना विलंब शुल्क के साथ दाखिला होता था और उसके बाद एक महीने तक 200 रुपये विलंब शुल्क के साथ दाखिला लिया जा सकता था। बीते साल की तरह ही इस बार भी कोविड-19 के कारण एक तो दाखिला प्रक्रिया लेट शुरू हो रही है। 

छात्र बिना किसी लेट फीस के बीए प्रोग्राम, बीकॉम, बीकॉम ऑनर्स, बीए ऑनर्स अंग्रेजी, बीए ऑनर्स राजनीतिशास्त्र में 15 दिसंबर तक दाखिला ले सकते हैं। अब तक एसओएल के दो ही सेंटर (नॉर्थ व साउथ सेंटर) थे, लेकिन इस बार ईस्ट और वेस्ट में भी सेंटर शुरू किए गए हैं। इस तरह से ऑनलाइन फॉर्म में छात्र अपने नजदीक के सेंटर का चयन कर सकेंगे। इससे छात्रों को ही लाभ होगा। 

मालूम हो कि डीयू के नियमित कॉलेजों से भी ज्यादा एसओएल में छात्र दाखिला लेते हैं। यहां बारहवीं में कम अंक प्राप्त करने वाले छात्रों का भी दाखिला हो जाता है। एसओएल के छात्रों को ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों रूपों में लिखित पाठ्य सामग्री दी जाती है। इसकी लोकप्रियता बढ़ने के कारण बीते सालों में 90 फीसदी से अधिक अंक वाले भी इसमें दाखिला लेते हैं। नियमित कॉलेजों के समान ही पाठ्यक्रम होने व यहां पढ़ाई करने पर डीयू की डिग्री दिए जाने के कारण यहां दाखिला लेने में छात्र रूचि दिखाते हैं। यहां हर साल करीब डेढ़ लाख तक दाखिले होते हैं।  

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