फेसबुक पर प्रेमजाल में फंसाकर उनसे ठगी करने वाली युवती, गिरफ्तार

Update: 2022-01-30 08:08 GMT

दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहे एक युवक को फेसबुक फ्रेंड ने शातिराना तरीके से ठगी करने वाली एक युवती को उत्तरी जिला साइबर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी खुद को यूके, यूएई या दूसरे देशों का नागरिक बताती थी। इसके बाद महंगे तोहफे भेजने के नाम पर ठगी की जाती थी। पुलिस को आरोपी के पास से 13 मोबाइल फोन, 16 सिमकार्ड, एक वाईफाई डिवाइस बरामद करने के अलावा छह फेसबुक और एक इंस्टाग्राम अकाउंट का पता लगा है। पुलिस की मानें तो आरोपी युवती लगभग 100 से अधिक लोगों को ठगी का शिकार बना चुकी है। पीडि़त यूपीएससी की तैयारी कर रहा है।

उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त सागर सिंह कलसी ने बताया कि पूछताछ में युवती ने बताया कि वह पिछले कई सालों से ब्यूटीशियन का काम करने वाली बहन के साथ तिलक नगर में रहती है। यहां उसकी मुलाकात अफ्रीकी मूल के युवकों हुई। उनके साथ रहकर उसने ठगी के तरीके सीख लिये। महज 12वीं पास महक ने फेसबुक और इंस्टाग्राम पर अलग-अलग नामों से कई अकाउंट खोल लिये। वह खुद को विदेशी नागरिक बताकर पुरुषों से दोस्ती करती थी। इसके बाद उनको महंगे तोहफे भेजने के नाम पर ठगी करती थी। पीडि़त का विश्वास जीतने के लिए युवती ने यूके की चार सिमकार्ड व कुछ मुंबई के सिमकार्ड खरीदे हुए थे। इसके अलावा कुछ अकाउंट का इंतजाम किया हुआ था। एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारी बनकर वह ठगी की वारदात को अंजाम दे रही थी। शुरुआती पूछताछ के बाद युवती ने बताया कि वह 100 से अधिक लोगों के साथ ठगी कर चुकी है।

पिछले दिनों गृह मंत्रालय के साइबर क्राइम पोर्टल पर बुराड़ी निवासी धर्मराज ने ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी। पीडि़त ने बताया कि पिछले दिनों उनके फेसबुक पर अमारा गुजराल महिला ने फेसबुक फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट भेजी। धर्मराज ने उसे स्वीकार कर लिया। कुछ दिनों बाद अमारा ने उससे चैटिंग शुरू कर दी। वह खुद को यूके निवासी बताती थी। अमारा ने बताया कि जल्द ही वह दिल्ली आना चाहती है। वह यूके के नंबर से ही चैट करती रही। इस बीच उसने पीडि़त को अपने दिल्ली आने के एयर टिकट भी व्हाट्सएप किए। उसने जल्द ही धर्मराज से मिलने की बात की। जिस दिन अमारा को दिल्ली आना था कि उसी दिन उसके पास एक अन्य महिला का फोन आया। उसने खुद को मुंबई एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारी बताया। उसने कहा कि अमारा मोटी रकम और तोहफो के साथ आई हुई है। उसके पास भारतीय मुद्रा नहीं है, 34 हजार रुपये देकर उसे छुड़ाया जा सकता है। धर्मराज ने बताए गए खाते में रुपये डाल दिए। इसके बाद दोबारा उससे 50 हजार की मांग की गई।

पीडि़त ने रुपये देने से मनाकर दिया तो अमारा ने उसको फेसबुक पर ब्लॉक कर दिया। ठगी का पता चलने पर मामले की शिकायत दी गई। थाना प्रभारी अजय दलाल, एसआई रोहित सरासवत की टीम ने मामले की जांच शुरू की। टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर जांच करते हुए टीम पहले गुलाबी बाग पहुंची। वहां से पता चला कि लडक़ी अपने घर नहीं बल्कि बहन के साथ तिलक नगर के कृृष्णापुरी में रहती थी। पुलिस ने उसे वहां से दबोच लिया। 

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