नई दिल्ली (आईएएनएस)। वो दिन दूर नहीं जब गुलाम कश्मीर (पीओके) एक बार फिर से भारत का होगा। यह घोषणा रविवार को जनरल वी.के. सिंह ने की। इस अवसर पर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मुख्य संरक्षक और संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने ऐलान किया कि बहुत जल्द पीओके के साथ साथ ब्लूचिस्तान और सिंध भी पाक की नापाक हरकतों, बदनीयती और बहुत तेजी से चरमराती अर्थव्यवस्था के कारण अलग हो जाएगा।
रविवार को राष्ट्रवादी मुस्लिम संगठन ने लालकिला से विशाल रैली निकाली, जिसमें घोषणा की गई कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने ठाना है, पीओके में तिरंगा फहराना है। इसी नाते की गूंज के साथ मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने देश की राजधानी दिल्ली में विशाल रैली निकाली गई।
मंच के मुख्य संरक्षण इंद्रेश कुमार ने कहा कि पाकिस्तान की हुकूमत, हुकूमते जुल्म है, जबकि भारत की सरकार और यह देश अमन और चैन का मुल्क है। हिंदुस्तान की सरकार द्वारा हिंदुस्तान का भाईचारा, अमन, शांति, तहजीब को देखते हुए पीओके भारत के साथ जुड़ना चाहता है। दूसरी तरफ, भारत सरकार के मंत्री जनरल वी.के. सिंह ने कहा कि वो वो दिन दूर नहीं, जब पीओके एक बार फिर भारत से जुड़ जाएगा।
जनरल सिंह ने कहा कि अगर अंग्रेजों ने साजिश न कि होती तो कोई तरीका नहीं था जिससे पीओके भारत से जाता। माउंटबेटन ने उस समय के प्रधानमंत्री को गलत सलाह देते हुए साजिश रची। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को शुरू से यह डर सताता रहा है कि पीओके में रहने वाले लोग जिनके रिश्तेदार भारतीय कश्मीर में हैं वो एक बार फिर अपने रिश्तेदारों से जुड़ना चाहेंगे। इसलिए पाकिस्तान उन लोगों पर हमेशा जोर, ज्यादती करता रहता है।
उन्होंने कहा कि पीओके भारत का था, है और सदा रहेगा। इंद्रेश कुमार ने कहा कि पीओके में अभी तक पाकिस्तानी सेना के अलावा पाकिस्तान का कुछ भी नहीं है। न तो वहां पाकिस्तान की करेंसी है न डाक टिकट और न ही पाकिस्तान का झंडा। वहां के लोग भारत को ही अपना मुल्क समझते हैं और भारत के साथ ही जुड़ना चाहते हैं। इंद्रेश कुमार ने कहा संयुक्त अरब अमीरात के उप प्रधानमंत्री सैफ बिन जायद अल नाहयान ने गुलाम कश्मीर (पीओके) को भारत का अभिन्न हिस्सा बताया है।
उन्होंने भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे पर एक वीडियो में एक नक्शा भी दिखाया था, जिसमें पीओके और अक्साई चिन को भारत का हिस्सा दिखाया गया है। और सच्चाई भी यही है। राष्ट्रीय संयोजक शाहिद अख्तर ने कहा कि मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने धारा 370 और 35ए जैसी चीजें हटा के यह दिखाया दिया है कि भारत की सरकार कश्मीर और कश्मीरियों को अपने दिल में रखती और उनकी बेहतरी के लिए काम करती है।
उन्होंने कहा कि आज देश ने ठान लिया है कि हमें हर कीमत पर गुलाम कश्मीर को अपने मुल्क में वापस लेना है।