एनसीआर नॉएडा न्यूज़: पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट रैपिड रेल का कार्य काफी तेजी से चल रहा है। 2023 में पहले चरण के अंतर्गत रेल को पटरी पर दौड़ाया जाएगा। इसी के मद्देनजर आनंद विहार बस अड्डा परिसर में भूमिगत स्टेशन का निर्माण भी काफी तेजी से हो रहा है। अब सिर्फ 112 दिनों में दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल दौड़ने को तैयार है। पहले चरण में साहिबाबाद से दुहाई के बीच दौड़ेगी। उसके बाद दुहाई से शताब्दीनगर के बीच दूसरा चरण होगा, जो दिसंबर-2023 तक पूरा हो जाएगा।
परियोजना को साल 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य: इस प्रोजेक्ट पर मेरठ में रुड़की रोड, मोदीपुरम तक तेजी से काम चल रहा है। इस परियोजना को साल 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। एनसीआरटीसी की ओर से जारी सूचना के तहत अब 112 दिनों में साहिबाबाद से दुहाई 17 किमी ट्रैक पर हाईस्पीड रैपिड रेल चलना शुरू हो जाएगी। रैपिड ट्रैक, सिग्नलिंग सिस्टम, विद्युतीकरण, स्टेशन निर्माण आदि को फाइनल टच दिया जा रहा है। जल्द ही रैपिड रेल की दो ट्रेन सेट का ट्रायल किया जाएगा। ट्रायल के बाद अगर कोई खामी आती है तो उसे तत्काल ठीक किया जाएगा।
पूरी परियोजना में खर्च होंगे 30,274 करोड़ रुपए: देश की पहली रैपिड रेल बनकर तैयार हो गई है। रैपिड रेल में सवारियों के लिए बहुत ही शानदार बहुत बेहतर सुविधा होगी। यह रेल पूरी तरीके से मेक इन इंडिया पर आधारित है। देश की पहली रैपिड रेल का निर्माण गुजरात के शामली में स्थित एलस्टॉम कारखाने में हुआ है। इसकी नींव भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 मार्च 2019 को रखी थी। पूरी परियोजना में 30,274 करोड़ रुपए का खर्च आने की उम्मीद जताई जा रही है।
दिल्ली से मेरठ तक का सफर सिर्फ 50 मिनट में होगा तय: रैपिड रेल दिल्ली से मेरठ के बीच 82 किलोमीटर रूट पर दौड़ेगी। इस रैपिड के माध्यम से दिल्ली से मेरठ के बीच सिर्फ 50 मिनट में पहुंचा जा सकता है। उम्मीद जताई जा रही है कि रोजाना 8 लाख से अधिक यात्री इस रेल का फायदा ले सकते हैं। पहले चरण में गाजियाबाद के साहिबाबाद स्टेशन से दुराई डिपो तक रेपिड रेल दौड़ेगी। पहले चरण में 17 किलोमीटर में रेपिड रेल चलेगी। कंपनी की कोशिश है कि 2023 के अंतिम तक साहिबाबाद से दुराई डिपो तक रेपिड रेल चल जाए। इस ट्रेन को अत्यधिक आधुनिक तकनीकी से तैयार किया गया है। यात्रियों को इसमें बेहद आराम महसूस होगा।