शिमला: हिमाचल प्रदेश के सीएम बनने जा रहे सुखविंदर सिंह सुक्खू के शपथ ग्रहण समारोह से पहले राजनीतिक गलियारों में सरगर्मियां तेज हो गई हैं. सुखविंदर सिंह के सीएम बनने की राह साफ होने के बाद इसे केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) को इसको लेकर पूर्व में दिए गए बयान का कांग्रेस का जवाब माना जा रहा है. शाह ने चुनाव के दौरान एक रैली में कहा था कि सीएम की कुर्सी के लिए सुखविंदर सिंह का नंबर नहीं लगने वाला है. क्योंकि कांग्रेस में सीएम बनने के लिए उसे अपने परिवारवाद का हिसाब देना पड़ता है. मतगणना के बाद कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलने और सुखविंदर सिंह के नाम पर सीएम की मुहर लगने से कांग्रेस अब शाह के उस बयान को लेकर हमलावर हो रही है. इससे पहले खुद सुखविंदर सिंह ने शाह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा था कि बीजेपी में लोकतंत्र नहीं है. बीजेपी केवल दो लोगों के नियंत्रण में है. वे क्या फैसला लेते हैं और क्या करने वाले हैं इसकी भनक पार्टी के अन्य नेताओं को नहीं लगती है. उन्होंने शाह के बयान पर तंज कसते हुए कहा था कि बीजेपी को पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए.
सीएम पद को लेकर सामने आई थी खींचतान: अब चूंकि सुखविंदर सिंह सीएम बनने जा रहे हैं तो कांग्रेस शाह के बयान को लेकर तंज पर तंज कस रही है. हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को इस बार 40 सीटों के साथ स्पष्ट बहुमत मिला है. उसके बाद शनिवार को हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सीएम पद के लिए सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम पर मुहर लगा दी गई थी. हालांकि इससे पहले पार्टी में सीएम पद को लेकर काफी खींचतान सामने आई थी. लेकिन इस बार पार्टी ने समय रहते सबकुछ आसानी से निपटा लिया.