ग्रेटर नोएडा के IIMT कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के छात्रों ने बनाया खास रोबोट, सेना को देगा मदद
एनसीआर नॉएडा न्यूज़: बढ़ती तकनीक के साथ लोग एडवांस तो हो ही रहे हैं, वहीं आज के दौर में घरेलू काम काज से लेकर रेस्टोरेंट में खाना परोसने, यहां तक की सर्जिकल स्ट्राइक के लिए भी रोबोट तैयार हो गया गया है। हाल में ही ग्रेटर नोएडा में IIMT कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के 3 छात्रों ने एक ऐसा रोबोट तैयार किया है, जो दुश्मनों के खिलाफ सेना की मदद करेगा। इस रोबोट का आकार काफी छोटा है। यह रोबोट दुश्मनों के गढ़ में जाकर सर्जिकल स्ट्राइक कर सकता है। छात्रों ने इस रोबोट को सभी जरूरतमंद सुविधाओं से लैस कर रखा है।
इन छात्रों ने बनाया रोबोट: रोबोट अल्ट्रासोनिक तकनीक से लैस होने के कारण यह आतंकवादियों की लोकेशन और संख्या की पूरी जानकारी सेना तक आसानी से पहुंचा सकता है। बता दें अर्पण जैन, प्रत्युष बिसी और अजमत खान ने इस रोबोट कार को तैयार किया है। ये तीनों IIMT कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन से इंजीनियरिंग कर रहे हैं। इस साल इनका लास्ट सेमेस्टर चल रहा है।
रोबोट की खासियत: इस रोबोट कि बात करें तो यह अपने आप में खास है, क्योंकि इसे चलाने या ऑपरेट करने के लिए न ही इंटरनेट की, न वाईफाई की और न ही ब्लूटूथ की जरूरत होगी। यह लोरा यानी लॉन्ग रेंज की टेक्नोलॉजी पर काम करने वाला है। जानकारी के मुताबिक, यह रोबोट कार दुश्मन देश के इलाके में 10 किलोमीटर तक भीतर घुसकर जवाबी कार्रवाई कर सकता है। आगे चलकर इसकी रेंज को 3 गुना बढ़ाई जा सकती है। खास बात यह है कि इसको तैयार करने में सिर्फ 15 हजार रुपए का खर्च आया है।
दे सकेगा महत्वपूर्ण जानकारी: युद्ध के मैदान में आतंकवादी को आसानी से पहचाना जा सकता है। अल्ट्रासोनिक तकनीक से लैस यह रोबोट दुश्मनों और सैनिकों के बीच की सटीक दूरी की जानकारी दे सकता है, जिससे घात लगाए बैठे दुश्मनों की लोकेशन, संख्या और किस प्रकार के हथियारों से लैस हैं, इसका पता लगाया जा सकता है।
अल्ट्रासोनिक तकनीक से लैस: छात्रों ने बताया कि यह रोबोट दुश्मन की जानकारी आसानी से सेना तक पहुंचा सकता है। इसमें एक ट्रांसमीटर और रिसीवर लगाया गया है। साथ ही टेम्परेचर सेंसर भी लगा हुआ है। अल्ट्रासोनिक तकनीक से लैस यह रोबोट दुश्मनों और सैनिकों के बीच की सटीक दूरी की जानकारी दे सकता है, जिससे घात लगाए बैठे दुश्मनों की लोकेशन, संख्या और किस प्रकार के हथियारों से लैस हैं, इसका पता लगाया जा सकता है।