दिल्ली में यातायात जाम कम करने के लिए सिग्नेचर ब्रिज से भोपुरा चौक तक सिग्नल फ्री कॉरिडोर
दिल्ली न्यूज़: दिल्ली सरकार उत्तर-पूर्वी दिल्ली में यातायात जाम कम करने के लिए लोनी चौक पर एक अंडरपास और नंद नगरी और गगन सिनेमा के बीच एक फ्लाईओवर का निर्माण करेगी। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने व्यय वित्त समिति (ईएफसी) की बैठक में 341.2 करोड़ रुपए की दो परियोजनाओं को मंजूरी दी। सिसोदिया ने कहा कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के लोनी चौक पर एक अंडरपास और नंद नगरी और गगन सिनेमा जंक्शन के बीच एक फ्लाईओवर के निर्माण के साथ सिग्नेचर ब्रिज से भोपुरा चौक के बीच की पूरी 10 किलोमीटर की सडक़ सिग्नल फ्री हो जाएगी। सिग्नेचर ब्रिज से भोपुरा जाने वाले लोगों को आवागमन के लिए सिग्नल मुक्त सडक़ मिलेगी। वर्तमान में वाहनों को इस मार्ग पर 25-30 मिनट का समय लगता है, लेकिन इन परियोजनाओं के पूरा होने के बाद यह समय घटकर आधा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि मंगल पांडेय मार्ग उत्तर पूर्वी दिल्ली की सबसे प्रमुख सडक़ों में से एक है, क्योंकि यह सैकड़ों कॉलोनियों को उत्तरी दिल्ली से जोड़ती है। अभी इस पूरी सडक़ पर यातायात का भार बहुत अधिक है। इन परियोजनाओं के साथ ही भजनपुरा और यमुना विहार के बीच 1.4 किलोमीटर लंबा डबल डेकर फ्लाईओवर बनाया जा रहा है। फ्लाईओवर मंडोली जंक्शन और गगन सिनेमा जंक्शन के बीच बनाया जा रहा है और यह नंद नगरी टी-जंक्शन और गगन टी-जंक्शन को सिग्नल मुक्त कर देगा। फ्लाईओवर की कुल लंबाई 1.3 किलोमीटर होगी और यह छह लेन का होगा। लोनी चौक अंडरपास की कुल लंबाई 500 मीटर होगी और यह चार लेन का होगा। इससे लोनी बॉर्डर व दुर्गापुरी के बीच आवागमन करने वाले वाहनों को लोनी चौक पर नहीं रुकना पड़ेगा और यहां लगने वाला ट्रैफिक जाम पूरी तरह से खत्म हो जाएगा।
फ्लाईओवर और अंडरपास के प्रमुख बिंदु...
फ्लाईओवर मंडोली जंक्शन से गगन सिनेमा जंक्शन के बीच बनने वाला फ्लाईओवर नंद नगरी टी-जंक्शन व गगन टी-जंक्शन को सिग्नल फ्री बनाएगा।
फ्लाईओवर की कुल लम्बाई 1.3 किलोमीटर होगी।
फ्लाईओवर 6 लेन का होगा।
लोनी चौक पर बनने वाले अंडरपास की कुल लम्बाई 500 मीटर होगी।
अंडरपास 4 लेन का होगा।
यहां सडक़ों को बेहतर बनाने, फुटपाथ व ड्रेनेज का कार्य, वर्षा जल संग्रह, पेड़-पौधे लगाने व स्ट्रीट स्केपिंग का कार्य भी किया जाएगा।
मध्य दिल्ली और उत्तरी दिल्ली के बीच यातायात सुगम बनाने के लिए एलिवेटेड रोड
फ्लाईओवर के निचले डेक पर वाहन तो ऊपरी डेक पर चलेगी मेट्रो:
मध्य दिल्ली से उत्तरी दिल्ली के बीच यातायात को सुगम बनाने के लिए सरकार जीटी रोड पर आजादपुर से रानी झांसी रोड इंटरसेक्शन के बीच एलिवेटेड रोड का निर्माण कराएगी। इसके एक हिस्से में डबल डेकर फ्लाईओवर बनाया जाएगा। जिसके निचले डेक पर वाहनों की आवाजाही होगी और ऊपरी डेक पर मेट्रो चलेगी। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने व्यय वित्त समिति (ईएफसी) की बैठक में 266. 89 करोड़ रूपए की परियोजना को मंजूरी दी। सिसोदिया ने बताया कि इस परियोजना पर दिल्ली मेट्रो व पीडब्ल्यूडी साथ मिलकर काम कर रहे हैं, जिससे निर्माण कार्य में लगभग 150 करोड़ रूपए की लागत कम होगी। आजादपुर से त्रिपोलिया गेट तक 2-2 लेन के इस फ्लाईओवर की लम्बाई लगभग 2.2 किमी होगी। इस परियोजना के दूसरे हिस्से में नजफगढ़ नाले से रानी झांसी रोड इंटरसेक्शन पर 645 मीटर तक भूमिगत मेट्रो के साथ पिलर के लिए नींव डालने का काम भी किया जाएगा, ताकि भविष्य में यहां पीडब्ल्यूडी फ्लाईओवर का निर्माण कर सके। इससे शक्ति नगर, डेरावल नगर, विजय नगर व राना प्रताप बाग सहित पुराने जीटी रोड के आसपास की दर्जनों कॉलेनियों में रहने वाले लोगों को ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिलेगा।
क्या है योजना:
जनकपूरी वेस्ट से आरके आश्रम मेट्रो कॉरिडोर पर आजादपुर से त्रिपोलिया गेट के बीच एलिवेटेड रोड का निर्माण किया जाएगा।
फ्लाईओवर के आजादपुर के हिस्से के रैंप के बाद डबल डेकर इंटीग्रेटेड फ्लाईओवर का हिस्सा शुरू हो जाएगा, यहां एक ही पिलर पर डबल डेकर फ्लाईओवर होगा।
फ्लाईओवर के दूसरे हिस्से में मेट्रो व फ्लाईओवर के अपने अलग पिलर होंगे और आगे मेट्रो भूमिगत हो जाएगी और फ्लाईओवर का त्रिपोलिया गेट तक विस्तार किया जाएगा।
परियोजना 2 साल के भीतर पूरी हो जाएगी।
जीटी रोड पर आजादपुर से रानी झांसी रोड इंटरसेक्शन के बीच एलिवेटेड रोड के निर्माण के साथ आजादपुर से सेंट्रल दिल्ली की बीच की कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी।