गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की गैंग के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी कामयाबी मिली
दिल्ली: जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की गैंग के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी कामयाबी मिली है. लॉरेंस के बेहद खास गुर्गे विक्रम बराड़ को भारत लाए जाने के साथ एनआईए ने गिरफ्तार कर लिया है. विक्रम बराड़ पिछले दिनों फिल्म अभिनेता सलमान खान को धमकी देने और पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मामले के बाद से काफी चर्चा में आया था. वहीं मूसेवाला हत्याकांड के मास्टरमाइंड और लॉरेंस बिश्नोई के रिश्तेदार सचिन बिश्नोई को जल्द ही अजरबैजान से भारत लाया जाएगा. सुरक्षा एजेंसियों ने इसके लिए पूरी तैयारी कर रही है.
सचिन बिश्नोई फर्जी पासपोर्ट के सहारे अजरबैजान भाग गया था, जहां पिछले साल बाका से उसे हिरासत में ले लिया गया था. उसने News18 इंडिया के साथ फोन पर हुई बातचीत में मूसेवाला हत्याकांड की जिम्मेदारी ली थी. ऐसे में अब भारतीय सुरक्षा एजेंसियां जल्द ही अजरबैजान से उसका प्रत्यर्पण करवाकर जल्द दिल्ली लाएंगी.
सलमान खान को धमकाने का है आरोपी
वहीं गैंगस्टर विक्रम बराड़ के खिलाफ इंटरपोल ने भारतीय जांच एजेंसी के अनुरोध पर जुलाई महीने में रेड कॉर्नर नोटिस ( RCN ) जारी किया था. वह टार्गेट किलिंग के अलावा, खतरनाक गैंगस्टरों- लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ और अन्य की मदद से भारत में हथियारों की तस्करी और जबरन वसूली के मामलों में भी शामिल था. विक्रम बराड़ ने ही अपने तीन साथियों के जरिये बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के पिता सलीम खान तक धमकी भरा खत भिजवाया था.
मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले विक्रम बराड़ के खिलाफ राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में करीब दो दर्जन मामले दर्ज हैं. भारत में कई दर्जन अपराधिक वारदातों को अंजाम देने के बाद ये गैंगस्टर संयुक्त अरब अमीरात (UAE) भाग गया था और वहीं से भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए करता था एक्सटॉर्शन कॉल
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, विक्रम बराड़ यूएई से लॉरेंस बिश्नोई आतंकी गिरोह के लिए ‘संचार नियंत्रण कक्ष’ (CCS) के रूप में काम कर रहा था. यह सीसीआर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ (कनाडा में स्थित) को कॉल की सुविधा भी प्रदान कर रहा था और उनके निर्देशों पर विभिन्न लोगों को जबरन वसूली के लिए कॉल करता था.
एनआईए की जांच के मुताबिक, 2020-22 में विक्रमजीत सिंह उर्फ विक्रम बराड़ ने मूसेवाला की हत्या को अंजाम देने में गोल्डी बराड़ की सक्रिय मदद की थी. लॉरेंस बिश्नोई ने कई बार हवाला के जरिये बराड़ को उगाही की रकम भी भेजी थी. बराड़ ने कुरुक्षेत्र (हरियाणा) में एक डॉक्टर से रंगदारी मांगी थी और उसे धमकी भी दी थी.
गौरतलब है कि एनआईए ने टेररिस्ट-गैंगस्टर साजिश मामले में अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया है. आतंकवादियों, गैंगस्टरों और ड्रग तस्करों के बीच बढ़ते गठजोड़ को नष्ट करने और फंडिंग चैनलों सहित उनके बुनियादी ढांचे को नष्ट करने के एनआईए के प्रयासों के तहत साजिश की आगे की जांच जारी है. हाल के महीनों में, केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के साथ घनिष्ठ समन्वय और विदेशी देशों में संबंधित अधिकारियों के साथ लगातार अनुवर्ती कार्रवाई के कारण, एनआईए 5 ‘वॉन्टेड’ भगोड़ों को भारत वापस लाने या प्रत्यर्पित करने में सफल रही है.