डीयू के पूर्व प्रोफेसर साईबाबा को बरी करने के खिलाफ याचिका पर आज SC में सुनवाई
नई दिल्ली। आठ साल पहले माओवादियों की मदद से देश के खिलाफ माहोल बनाने के आरोप में गिरफ्तार किए गए डीयू के पूर्व प्रोफेसर जीएन साईबाबा को बीते दिन बंबई उच्च न्यायालय ने बरी कर दिया है। अब सुप्रीम कोर्ट में साईबाबा को बरी किए जाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका डाली गई है जिसपर आज सुनवाई होगी। शीर्ष अदालत महाराष्ट्र सरकार द्वारा बाम्बे हाई कोर्ट के आदेश को रोकने के लिए डाली गई याचिका पर सुनवाई के लिए सहमत हुई है।
सालिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बीते दिन बाम्बे हाई कोर्ट द्वारा रिहाई देने के खिलाफ कई दलीलें दी। उन्होंने कहा कि नागपुर सेंट्रल जेल में बंद दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर द्वारा किया गया अपराध राष्ट्र के खिलाफ था। हालांकि, उनकी रिहाई को पहले जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और हेमा कोहली की सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने ठुकरा दिया था। पीठ ने महाराष्ट्र पुलिस की ओर से पेश हुए सॉलिसिटर जनरल को सलाह दी कि वे सुप्रीम कोर्ट में इसपर अपनी अर्जी डाल सकते हैं।