नोएडा न्यूज़: मार्च में होली पर खाद्य पदार्थों के 47 चीजों के नमूने लिए गए थे. इसमें 21 खाद्य पदार्थों के नमूनों की रिपोर्ट आई है. इसमें 11 नमूने जांच में फेल मिले हैं. इसमें सबसे अधिक खोया, गुजिया, छेना मिठाई, नमकीन और सरसों के तेल शामिल हैं.
जिला मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी अक्षय गोयल ने बताया कि मार्च माह में होली के अवसर पर विभाग की तरफ से फरवरी के अंतिम सप्ताह और होली के पूरी सप्ताह जनपद में मिलावटी खाद्य पदार्थों के खिलाफ अभियान चलाया था. इसमें तीन टीमों ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा से मिठाई, मावा, सरसों का तेल, घी, मसाले, मैदा, गुजिया, पनीर, नमकीन, बेसन और कचरी आदि 47 स्थानों से नमूने लखनऊ प्रयोगशाला भेजे थे. इनमें से 21 नमूनों की रिपोर्ट आई है. इनमें से 11 खाद्य पदार्थ के साथ ही नमकीन नमूने जांच में फेल पाए गए हैं. इसमें नोएडा के पांच और ग्रेटर नोएडा की छह दुकानें हैं.
इन स्थानों पर मिली मिलावट: नोएडा के भंगेल से बेसन असुरक्षित पाया गया. सेक्टर-63 आदर्श सब्जी मंडी से लिए बूंदी के नमूने फेल मिले. दादरी रेलवे रोड से ली गई सोन पापड़ी खाने लायक नहीं है. बिसरख में सरसों का तेल और कुलेसरा पुश्ता रोड पर कचरी फैक्टरी से कचरी में खराब रंगों का प्रयोग किया गया था. हबीबपुर राम प्रसाद मार्केट से गुजिया के नमूने मिस ब्राडेंड हैं. दुकान पर तैयार की गई गुजिया को कंपनी के नाम से बेचा जा रहा था. हल्दौनी से लिए गए छैना रसगुल्ले में अधिक मिलावट मिली.
होली पर 47 नमूनों को लखनऊ प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया था. इसमें 21 की रिपोर्ट आई है, जिनमें से 11 नमूने असुरक्षित पाए गए हैं. सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा.
-अक्षय गोयल, जिला मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी