दिल्ली न्यूज़: भारत के पहले आरआरटीएस का दूसरा ट्रेनसेट दुहाई डिपो पहुंच गया। इस ट्रेनसेट को गुजरात के सावली में स्थित मेन्यूफैक्चरिंग प्लांट से ट्रेलर पर लाद कर सडक़ मार्ग द्वारा लाया गया। सावली, गुजरात से दुहाई डिपो पहुँची इस ट्रेन ने अपनी यात्रा में तीन राज्यों, राजस्थान, हरियाणा और अंत में उत्तर प्रदेश का सफर तय किया है। इस ट्रेनसेट के सभी 6 डिब्बे अलग-अलग ट्रेलर पर लाद कर लाए गए। दुहाई डिपो पहुंचने पर इन्हें क्रेन की सहायता से उतारा जाएगा और अब आने वाले दिनों में डिपो में ही इस पूरी ट्रेन को असेम्बल किया जाएगा।
जून में आया था पहला ट्रेन सेट: रैपिड रेल का पहला ट्रेन सेट 13 जून को दुहाई आया था। प्रोजेक्ट के लिए कुल 30 ट्रेन सेट आने हैं। सोमवार को दूसरे सेट के दुहाई पहुंचने के बाद अब 28 ट्रेन सेट और आने बाकी रह गए हैं। फिलहाल रैपिड रेल प्रोजेक्ट के पहले फेज को शुरू करने की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। साहिबाबाद से दुहाई के बीच पहला फेज 2023 में शुरू किया जाना प्रस्तावित है।
दुहाई डिपो में शुरू हो चुकी है टेस्टिंग: दुहाई डिपो में ट्रेनों की टेस्टिंग के लिए ट्रैक बनकर तैयार हो चुके हैं और पहले ट्रेन सेट की टेस्टिंग शुरू भी हो चुकी है। आरआरटीएस ट्रेनों के संचालन के लिए दुहाई डिपो में ही प्रशासनिक भवन बनाया गया है। बता दें कि आरआरटीएस की इस प्रथम ट्रेन को 7 मई, 2022 को सावली में स्थित मेसर्स एलस्टोम के फ़ैक्टरी में आयोजित एक कार्यक्रम में एनसीआरटीसी को सौंपा गया था। उम्मीद की जा रही है कि इस वर्ष के अंत तक ट्रायल शुरू कर दिए जाएंगे। मार्च 2023 तक साहिबाबाद से दुहाई के बीच संचालन शुरू करने का प्रस्ताव है।
संचालन के लिए दुहाई में तैयार हो चुका है अपरिमित: दुहाई डिपो में रैपिड रेल के संचालन के लिए सेंटर फॉर इनोवेशन, अपरिमित को तैयार किया गया है। जिसका निर्माण एडीबी के अर्बन क्लाइमेट चेंज रेजिलिएंस ट्रस्ट फंड के अनुदान से किया गया है। अपरिमित आरआरटीएस कॉरिडोर के डिज़ाइन, विकास और संचालन के लिए नवीनतम तकनीकें उपलब्ध कराएगा। नवीनतम तकनीके जैसे वर्चुअल रिएलिटी, ऑग्मेंटेड रिएलिटी, बिल्डिंग इन्फॉर्मेशन मॉडलिंग आदि के लिए अलग-अलग लैब आदि स्थापित किए गए हैं। जिसका उपयोग परिचालन दक्षता के साथ-साथ प्रशिक्षण उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। हाल ही में इसका उद्घाटन एशियन डेवलेपमेंट बैंक के वाइस चैयरमैन ने किया था। इसके अलावा आरआरटीएस ट्रेनों के परीक्षण और रखरखाव के लिए दुहाई डिपो में 11 स्टेबलिंग लाइन, 2 वर्कशॉप लाइन, 3 इंटरनल-बे लाइन (आईबीएल) और एक हेवी इंटरनल क्लीनिंग (एचईसी) लाइन मौजूद हैं।