नई दिल्ली। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमों व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने मंगलवार को ट्वीट करके पहलवानों से अपील करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की हठधर्मिता से आहत होकर अपनी मेहनत से अर्जित किए गए मेडल्स को आप लोगों ने गंगा में बहाने का जो निर्णय लिया है उसे वापिस लें,क्योंकि मेडल गंगा में बहाने का निर्णय हताशा का प्रतीक है और हताश होकर कोई भी लड़ाई नहीं जीती जा सकती है। आज पूरा देश आपके साथ खड़ा है और अनेक मंच हमारे पास है जहां आपकी बात को प्रमुखता से रख रहे हैं और आगे भी रखेंगे। लोकतंत्र में आंदोलन के बहुत रास्ते भी हैं। चुंकि जिस मेडल को जीतने के लिए आपने अपना बचपन, अपना पूरा जीवन न्योछावर कर दिया, उन मेडल्स में देश की और समाज की भावनाएं भी जुड़ी हैं। ऐसे में मेरी अपील है उन्हे गंगा में नहीं बहाएं। सांसद ने कहा कि पहलवानों की भावनाओं का हम सम्मान करते हैं और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी संघर्ष में हर कदम पर आपके साथ खड़ी है। निश्चित तौर पर न्याय की लड़ाई में सच्चाई की जीत होगी।
सांसद ने कहा कि न्याय की मांग को लेकर दिल्ली में एक माह से भी अधिक समय से लोकतांत्रिक रूप से आंदोलित पहलवानों ने इंसाफ की लड़ाई में केंद्र सरकार के नकारात्मक रवैए से आहत होकर आज उन्हे प्राप्त मैडल आदि को गंगा में बहाने का निर्णय लिया है। चूंकि मेडल पहलवानों ने अपनी मेहनत से प्राप्त किए हैं और वो मेडल न केवल पहलवानों के बल्कि राष्ट्र और समाज के लिए भी गौरव है। सांसद ने प्रधानमंत्री मोदी तथा गृह मंत्री अमित शाह से ट्वीट करते हुए अपील है कि आप तत्काल इस मामले में हस्तक्षेप करें और पहलवानों से सकारात्मक वार्ता करें। पहलवान इंसाफ मांग रहे हैं और लोकतंत्र में इंसाफ की उम्मीद चुनी हुई सरकारों से होती है। इसलिए हठधर्मिता को त्याग कर त्वरित प्रभाव से इस मामले में न्यायोचित निर्णय लें क्योंकि पहलवानों ने यदि मेडल्स को गंगा में बहा दिया गया तो यह देश के लिए शर्मिंदगी का बहुत बड़ा विषय अंतर्राष्ट्रीय मंच पर बनेगा।