ऋतु सुहास ने किया कांवड़ यात्रा के व्यवस्था का मुआयना, अधूरी तैयारी देखकर हुई गुस्सा
एनसीआर गाजियाबाद न्यूज़: 14 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो रहा है और 26 जुलाई को शिवरात्रि है। जनपद में प्रवेश करने से पहले लाखों कांवड़िए मेरठ मार्ग के पास मुरादनगर गंगनहर पर रुकते हैं। यहां गंगनहर पर स्नान करते हैं और फिर आगे के लिए रवाना होते हैं। इसे छोटा हरिद्वार भी कहा जाता है। इतनी महत्वपूर्ण जगह होने के बावजूद स्थानीय पुलिस-प्रशासन ने यहां पर सुरक्षा के कोई खास इंतजाम अभी तक नहीं किए हैं। एडीएम प्रशासन ऋतु सुहास ने जब यहां का निरीक्षण किया तो कई लापरवाही सामने आईं। सुरक्षा के लिए न तो यहां बैरिकेड्स लगाए गए हैं और न ही साफ-सफाई की गई है। जिसे देख एडीएम प्रशासन ने संबधित अधिकारियों को फटकार लगाते हुए निर्धारित समय में कार्य पूरा करने के निर्देश दिए।
कमियां मिलने पर भड़की ऋतु सुहास: एडीएम प्रशासन ऋतु सुहास ने निरीक्षण में पाया कि मुरादनगर गंगनहर पर कांवड़ यात्रा से जुड़ी कोई तैयारी अभी शुरू नहीं हुई है। गंगनहर में फिलहाल पानी ज्यादा गहरा है। यहां सुरक्षा के लिए लोहे के पाइप यानी बैरिकेडिंग नहीं लगाए गए हैं। कुछ जगह पर लोहे के कंटीले तार जरूर लगे मिले। इससे कांवड़िए स्नान के दौरान घायल भी हो सकते हैं। निर्देश दिया कि इसकी जगह जाल लगाया जाए, ताकि स्नानार्थी कांवडि़ए उसके आगे न बढ़ पाएं। इसके अलावा नहर किनारे पहले से जो बैरिकेडिंग लगी हुई है, वह भी कमजोर पाई गई। इसको बदलने का निर्देश एडीएम ने दिए।
इन मुद्दों पर हुई चर्चा: एडीएम प्रशासन ऋतु सुहास ने एसडीएम शुभांगी शुक्ला के साथ मोटरबोट से पूरी मुरादनगर गंगनहर का निरीक्षण किया। सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार की। इसके बाद एडीएम ने वहीं पर संबंधित विभागों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने पाया कि यहां अभी तक गंगनहर के अंदर बैरिकेड्स लगाने, झाड़ियां साफ करने, वॉच टॉवर लगाने, बिजली की पर्याप्त व्यवस्था रखने, सीसीटीवी कैमरे, फॉग लाइट, साइन बोर्ड, पीए सिस्टम और चेतावनी बोर्ड लगाने जैसा कोई भी काम नहीं किया गया है।