जुलाई में 15 महीनों के उच्च स्तर पर पहुंची खुदरा महंगाई दर
टमाटर की कीमतों ने बढ़ाई महंगाई
दिल्ली: टमाटर, अदरक और दूसरी सब्जियों की कीमतों में तेजी से जुलाई महीने में महंगाई काफी बढ़ गई। सरकार ने सोमवार को जुलाई महीने के खुदरा महंगाई के आंकड़े जारी किए हैं। जुलाई में भारत की खुदरा महंगाई 15 महीनों के उच्च स्तर के करीब पहुंच गई। जुलाई में यह 7.44 फीसदी दर्ज हुई। जून में यह 4.81 फीसदी रही थी। जुलाई महीने में खुदरा महंगाई मई 2022 के बाद से सबसे अधिक दर्ज हुई है। मई 2022 में महंगाई दर 7.79 फीसदी पर पहुंची थी। जुलाई महीने में सब्जियों की महंगाई दर में जबरदस्त उछाल आई और यह बढक़र 37.34 फीसदी पर पहुंच गई।
फूड एंड बेवरेजेज के लिए महंगाई दर 4.63 फीसदी से बढक़र 10.57 फीसदी पर पहुंच गई। इस तरह उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित महंगाई दर आरबीआई के सहनीय स्तर की अपर लिमिट को पार कर गई है। आरबीआई का सहनीय स्तर दो से छह फीसदी है। यह लगातार 4 महीनों से आरबीआई के सहनीय स्तर के अंदर थी। जून में कंज्यूमर फूड प्राइस इंडेक्स (सीएफपीआई) 4.49 फीसदी से बढक़र 11.51 फीसदी पर पहुंच गई थी। ग्रामीण महंगाई दर 7.63 फीसदी पर रही, जबकि शहरी महंगाई दर 7.20 फीसदी पर रही। बीते महीने टमाटर सहित कई सब्जियों की कीमतों में भारी-भरकम उछाल के चलते महंगाई दर में यह बढ़ोतरी हुई है।
थोक मुद्रास्फीति चौथे माह भी शून्य से नीचे
नई दिल्ली। थोक महंगाई के मोर्चे पर लोगों को जुलाई के महीने में राहत मिली है। भारत में खास कर खाद्य वस्तुओं के महंगा होने से थोक बाजार में कुल मिलाकर मूल्यों में जुलाई में इसे पिछले माह की तुलना में मजबूती आई, पर थोक मुद्रास्फीति शून्य से 1.36 प्रतिशत नीचे रही। जून में थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति शूय से 4.12 प्रतिशत नीचे थी। सोमवार को वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति लगातार चार माह से शून्य से नीचे है।