पार्किंग को लेकर गौर सिटी के निवासियों ने फोर्टीन्थ एवेंयू में किया जमकर हंगामा, बिल्डर पर निकाला गुस्सा
एनसीआर नॉएडा न्यूज़: अपने सपनों का घर बनाने का हर किसी का सपना होता है, लेकिन ग्रेटर नोएडा के बिल्डर आम लोगों के सपनों को कैसे चकनाचूर करते हैं, इसका नजारा गौर सिटी दो के फोर्टीन्थ एवेंयू में रविवार को उस वक़्त देखने को मिला, जब नये बने दो टावरों यू और वी में पार्किंग ही नहीं दी गईं। कई बार बिल्डर के स्टाफ से शिकायत कीं, कोई सुनवाई नहीं हुई। मजबूर होकर इन टॉवरों में रहने वाले लोगों ने रविवार को हंगामा कर दिया। निवासियों की भीड़ मेंटेनेंस डिपार्टमेंट के दफ्तर में घुस गई। कर्मचारियों ने फिलहाल लोगों को आश्वासन देकर वापस भेजा है।
अभी खुली पार्किंग में खड़े होते थे वाहन: दोनों टॉवरों के निवासियों ने बताया कि अभी तक वाहन मालिक खुली पार्किंग में अपने दो पहिया और चार पहिया वाहन खड़े करते थे, लेकिन शुक्रवार को अचानक वी टॉवर में खुली पार्किंग को रस्सी से चारों तरफ से घेर दिया गया है। शनिवार को यू टॉवर की ओपन पार्किंग को भी मैंटिनेंस डिपार्टमेंट ने घेर दिया। जिससे वाहन मालिक काफी परेशान हुए। दूसरी तरफ सोसाइटी के सेक्योरिटी इंचार्ज ने फरमान जारी कर दिया कि सोमवार से सोसाइटी स्टिकर के बिना कोई वाहन गेट के अंदर नहीं घुसने दिया जाएगा। खास बात ये है कि यह नियम सिर्फ यू और वी टॉवर वालों के लिए ही था।
दोनों टॉवरों के निवासियों ने किया हंगामा: रविवार की दोपहर दोनों टॉवरों के लोगों ने सोसाइटी में जमकर हंगामा किया। मेंटिनेंस ऑफिस और सेक्योरिटी इंचार्ज से भी वाद-विवाद हुआ। लोगों ने कहा, "फ्लैट बुक करते समय बिल्डर ने पार्किंग देने और दूसरी तमाम सुविधाएं देने का वादा किया था। अब कोई सुविधा नहीं दी गई है। क्योंकि आधे से ज्यादा वादे खोखले निकले हैं। कहीं इंटरकॉम नहीं लगा तो कहीं लिफ्ट की परेशानी है। इन दोनों टॉवरों में रहने वाले लोग आये दिन इन परेशानियों को लेकर मेंटिनेंस दफ्तर के चक्कर काटते रहते हैं, लेकिन वहां सिर्फ टरकाने वाले जवाब देकर शिकायतकर्ता को चलता कर दिया जाता है।"
लोगों ने आगे कहा, "पुराने ढर्रे की तरह रविवार को भी यही हुआ। पार्किंग का कोई स्थायी समाधान नहीं निकला और फ्लैटस में रहने वालों के हंगामे के बाद सिर्फ इतना कह कर चलता कर दिया कि आज छुट्टी का दिन है। एक-दो दिन में ऊपर बात करके बताते हैं। शाम तक खुली पार्किंग की रस्सी भी नहीं हटाई गई हैं।