देश में चिंता का विषय बना धर्म परिवर्तन: महिला ने पति पर जबरन धर्म परिवर्तन करने के लिए मजबूर करना का लगाया आरोप

Update: 2022-10-01 11:01 GMT

एनसीआर क्राइम न्यूज़: देश में धर्म परिवर्तन के मामले आए दिन खबरों में बने रहते हैं। धर्म परिवर्तन के इन मामलों में जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराने से लेकर विवाह के लिए धर्म परिवर्तन कराने का मामला आम है। देश में जिस प्रकार जबरन आए दिन धर्म परिवर्तन के मामले सामने आ रहे हैं, वह एक चिंता का विषय बना हुआ है। विजय नगर थाना क्षेत्र में एक महिला द्वारा जबरन धर्म परिवर्तन का आरोप लगाया गया है। महिला का आरोप है कि उसका पति जबरन उसे और उसके बच्चों को धर्म परिवर्तन करने के लिए मजबूर कर रहा है।

महिला की शिकायत नहीं सुन रही पुलिस: विजयनगर थाना क्षेत्र निवासी एक महिला ने पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। महिला का आरोप है कि उसका पति महिला और बच्चों को जबरन मुस्लिम बनने के लिए मजबूर कर रहा है। महिला का आरोप है कि शुक्रवार को वह कलक्ट्रेट डीएम से शिकायत करने पहुंची तो उसे पुलिस वालों ने भगा दिया। महिला का कहना है कि वह पिछले छह साल में 50 बार जिलाधिकारी कार्यालय के चक्कर काट चुकी है। उनका पति आए दिन उनके घर पर पत्थरबाजी कर घर पर कब्जा करना चाहता है।

जबरन कराया धर्म परिवर्तन: पीड़ित महिला लोकेश देवी का कहना है कि 30 साल पहले महिला की शादी राजेंद्र कुमार के साथ हिंदू रीति रिवाज से हुई थी। इससे उन्हें तीन बच्चे हुए। दोनों का धर्म हिंदू ही था। छह साल पहले पति ने मुस्लिम धर्म अपनाकर खुद का नाम रईस मोहम्मद रख लिया। इसके साथ ही उनके बच्चों को भी पैसे का लालच देकर धर्म परिवर्तन करा दिया। बेटी अंजू को अन्नु, बेटा राजीव को वारिज और दामाद को आरिफ बना दिया। पति ने उन्हें भी लोकेश से सादिया बना दिया और तलाक देकर दूसरी महिला से शादी कर ली। विजयनगर स्थित घर लोकेश देवी के नाम पर है। पति आए दिन पत्थरबाजी करता है और घर पर कब्जा करना चाहता है।

पुलिस करेगी मामले की जांच: शुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची महिला को पुलिसकर्मियों की मदद से बाहर करा दिया गया। महिला मदद की भीख मांगती रही, लेकिन उसकी एक न सुनी गई। महिला ने खुद के हाथ पर गुदा हुआ अपना नाम लोकेश देवी बताया, लेकिन किसी ने भी उस पर भरोसा नहीं किया। लोकेश देवी ने प्रशासन की शिकायत करते हुए बताया कि वह हर सप्ताह अपने पति द्वारा दी जा रही मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना के खिलाफ शिकायत करने आती है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कहना है कि विजयनगर पुलिस को मामले की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। विजयनगर एसएचओ योगेंद्र मलिक का कहना है कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

जेल की सजा बढ़ाई गई: 2006 में प्रस्तुत किए गए धार्मिक स्वतंत्रता को छीनने की सजा में बदलाव करते हुए नए नियमों में काफी कड़ी सजा का प्रावधान किया गया है। जयराम ठाकुर सरकार द्वारा पेश नए संशोधन विधेयक में जबरन धर्म परिवर्तन कराने के लिए जेल की सजा को 7 साल से बढ़ाकर अधिकतम 10 साल तक कर दी गई है। इसके अलावा नए नियमों के अनुसार धर्म परिवर्तन विरोधी कानून के तहत की गई सभी शिकायतों की जांच सिर्फ उप निरीक्षक ही कर सकेंगे। और इस मामले की पूरी सुनवाई सेशन कोर्ट में होगी।

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