दिल्ली: देश में केंद्रीय बैंक की डिजिटल-मुद्रा (सीबीडीसी) के नाम से डिजिटल रुपए का बाजार में खुदरा लेन-देन के लिए प्रयोग की सुविधा का व्यावहरिक परीक्षण शुरू किया। भारत के केंद्रीय बैंक भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इस संबंध में अधिसूचनाएं जारी की थी। डिजिटल-करेंसी एक तरह से रिजर्व बैंक द्वारा इलेक्ट्रॉनिक स्वरूप में जारी की जाने वाली नकदी है। इससे लोगों को धन का अधिक सुरक्षित तरीके से प्रयोग करने की सुविधा मिलने की उम्मीद है। आरबीआई द्वारा जारी इस मुद्रा के माध्यम से लेन-देन इस समय प्रचलन में शामिल विभिन्न मूल्य के करेंसी नोट की तरह ही सुरक्षित और विधि मान्य है।
देशव्यापी किया जाएगा" रिजर्व बैंक के अनुसार पायलट परियोजना के तहत अभी केंद्रीय बैंक डिजिटल-रुपए इसका उपयोग 8 बैंकों के माध्यम से देश के 4 महानगरों में किया जा रहा है। आने वाले समय में इसका प्रचलन देशव्यापी किया जाएगा।
सीयूजी में लेन देन कर सकेंगे: शुरू में यह विनिर्दिष्ट शहरों में एक निश्चित उपयोगकर्ता समूह (सीयूजी) में शामिल व्यावसायिक प्रतिष्ठान और ग्राहक डिजिटल रुपये में लेन-देन कर सकेंगे।
अभी इस परियोजना में आरबीआई ने शुरू में भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, येस बैंक, आईडीएफसी बैंक , बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक,एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक को डिजिटल रुपये के वितरण और वॉलेट से भुगतान जैसी सेवाएं देने के लिए अधिकृत किया है।