अंतिम वर्ष के विधिक छात्र के लिए गलगोटिया विश्वविद्यालय में प्रोफेशनल एडवोकेसी स्किल्स कोर्स का हुआ शुभारंभ

Update: 2022-09-05 15:23 GMT

एनसीआर नॉएडा न्यूज़: गलगोटिया विश्वविद्यालय में अंतिम वर्ष के विधिक छात्र के लिए सोमवार को प्रोफेशनल एडवोकेसी स्किल्स कोर्स का शुभारंभ किया गया। छात्रों, शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों के लिए "पेशेवर वकालत" कौशल और मुफ्त कानूनी सहायता क्लिनिक और मध्यस्थता केंद्र का उद्घाटन भी किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अथिति इलाहाबाद उच्च न्यायालय के माननीय न्यायाधीश डॉ जस्टिस के जे ठाकर और विशिष्ट अथिति वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव कुमार विरमानी ने पाठयक्रम का विमोचन किया।

"सरल भाषा का उपयोग करने से आसानी से समझ सकेंगे ग्राहक"

विश्वविद्यालय के माननीय कुलाधिपति सुनील गलगोटिया ने अथितियों को शॉल उढाकर और स्मृति-चिन्ह भेंट करके स्वागत किया। मुख्य अतिथि माननीय न्यायमूर्ति डॉ के जे ठाकर ने अपने संबोधन में इस बात पर प्रकाश डाला कि गलगोटिया विश्वविद्यालय इस तरह के लाभप्रद पाठ्यक्रम को शुरू करने वाला पहला विश्वविद्यालय है। उन्होंने कहा कि वकीलों को ग्राहकों के साथ उनके डर को कम करने के लिए स्पष्ट रूप से और अक्सर संवाद करना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि सरल भाषा का उपयोग करने से ग्राहक प्रदान की गई जानकारी को आसानी से समझ सकेंगे। वकीलों के लिए प्रभावी संचार के लिए सुनने का कौशल आवश्यक है। जज का कार्य सत्य की खोज करना है।

"वकालत करने के साथ बात करना भी एक कला है"

वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव के विरमानी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि लॉ स्कूलों को कानून पढ़ाने के अलावा कानूनी सिद्धांत और व्यावसायिक वकालत कौशल विकसित करने पर भी ध्यान देना चाहिए। लॉ स्कूलों में शामिल संचार कौशल कोर्ट रूम में आवश्यक तर्कों और अनुनय के इर्द-गिर्द घूमते हैं। इस पाठ्यक्रम के लेखक दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व माननीय न्यायाधीश और गलगोटिया विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एमेरिटस न्यायमूर्ति जे.आर. मिधा ने कहा कि वकालत करने के साथ बात करना भी एक कला है जो बहुत महत्वपूर्ण है। आज हम एक नये युग की शुरूआत कर रहे है जिसमें हम छात्रों को विधि के साथ साथ कम्यूनिकेशन स्किलस, एडवोकेसी स्किलस, तर्कसंगत सोच और कानून के मूल सिद्धांतों को भी पढायेगें।

आराधना गलगोटिया द्वारा दिए गए स्वागत भाषण

कार्यक्रम की शुरुआत गलगोटिया विश्वविद्यालय की संचालन निदेशक आराधना गलगोटिया द्वारा दिए गए स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने पेशेवर वकालत पर नए पाठ्यक्रम के उद्देश्य और छात्रों के लिए इसके महत्व पर प्रकाश डाला। इसके बाद गलगोटिया विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. प्रीति बजाज ने उद्घाटन भाषण दिया। धन्यवाद ज्ञापन स्कूल ऑफ लाॅ की डीन डॉ नमिता सिंह मलिक ने दिया। इस दौरान विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डाॅ अवधेश कुमार और स्कूल के अध्यापक मौजूद रहे।

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