नोएडा न्यूज़: सेक्टर-82 सिटी बस टर्मिनल को तीन हिस्सों में चलाने की तैयारी है. इसके लिए प्राधिकरण ने जो टेंडर जारी किए हैं उसमें इसके संचालन के लिए तीन अलग-अलग स्तर पर कंपनियों से आवेदन मांगे हैं. इसमें प्राइवेट बस और कार भी चलाई जाएंगी.
कंपनियों को टेंडर प्रक्रिया की जानकारी देने के लिए ऑनलाइन प्री-बिड मीटिंग तय की गई है. अधिकारियों ने बताया कि प्राधिकरण पीपीपी और रेवेन्यू शेयरिंग मॉडल पर नए बस टर्मिनल का संचालन करवाने की तैयारी है. इससे पहले पूरा बस टर्मिनल परिवहन निगम को सौंपने की तैयारी थी लेकिन वह इससे पीछे हट गया. अब कुछ हिस्सा लेकर कुछ बस ही चलवा रहा है. अब प्राधिकरण खुद इसका संचालन करने की तैयारी में है.
अधिकारियों ने बताया कि अब तैयार किए गए प्रस्ताव के मुताबिक इमारत को तीन भाग में बांटा गया है. इसमें भूतल, प्रथम और द्वितीय तल शामिल है. भूतल पर बस संचालन का पूरा इंफ्रा तैयार है. इसमें बुकिंग सेंटर, ऑफिस, शौचालय, शॉपिंग सेंटर, पुलिस पोस्ट, प्रतीक्षालय भवन, फूड कोर्ट, और सरफेस कार पार्किंग है. प्रथम तल पर दुकानें, फूड कोर्ट, लाइब्रेरी है. वहीं द्वितीय तल पर यात्री निवास, साइबर कैफे, सिक्योरिटी एरिया, प्रतीक्षालय भवन व कॉरीडोर है. प्रस्ताव को देखते हुए परिवहन सेवाएं भूतल से मिलनी हैं.
इसके लिए प्राधिकरण ने आवेदन करने वाली एजेंसी का अनुभव 12 बस और 50 कार, जिनका संचालन एनसीआर एरिया से हो रहा है उसका अनुभव मांगा है. ऐसे में आने वाले दिनों में बस टर्मिनल से प्राइवेट बसों और कार सेवा का संचालन होगा. ऊपर के दो तलों पर इनसे जुड़े अनुभव रखने वाले ग्रुप आगे आएंगे.
600 वाहनों की पार्किंग:
टर्मिनल के बेसमेंट में कारों को खड़े करने के लिए पार्किंग बनाई गई है. यहां पर करीब 600 कारें और दोपहिया वाहन खड़े हो सकते हैं. आने वाले समय में यहां जगह-जगह कैमरे लगवाकर पुलिस चौकी की शुरुआत की जाएगी. ऐसे में सुरक्षा भी सतर्क रहेगी.
जनवरी 2015 में शुरू हुआ था काम:
बस टर्मिनल का काम जनवरी 2015 में शुरू हुआ था. मार्च 2018 तक यह बनकर तैयार होना चाहिए था, लेकिन चार साल की देरी से यह पिछले साल 2022 में बनकर तैयार हुआ. बस टर्मिनल की जमीन के कुछ हिस्से को लेकर मामला न्यायालय में चलने से भी काम बाधित रहा.